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देहरादून के दार्शनिक पर्यटन स्थल | Dehradun Tourist Place to Visit In Hindi

Dehradun Tourist Places to visit In Hindi देहरादून, उत्तर भारत के उत्तराखंड प्रदेश की एक राजधानी है जोकि भारत के दार्शनिक स्थलों में से एक है. यह गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है, यह भारत की राजधानी दिल्ली से लगभग 236 किमी दूरी पर है. यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के “काउंटर मैगनेट” में से एक है, जहाँ दिल्ली महानगरीय क्षेत्र में प्रवास और जनसँख्या विस्फोट को कम करने की मदद के लिए, विकास के वैकल्पिक (अल्टरनेटिव) केंद्र को विकसित किया जा रहा है.

देहरादून हिमालय की तलहटी में दून घाटी पर और भारत की 2 बहुत ही प्रसिद्ध नदियों गंगा और यमुना नदी के बीच स्थित है. गंगा नदी इसके पूर्व में और यमुना नदी इसके पश्चिम में है. यह शहर अपनी सुरम्य (Picturesque) परिद्रश्यता (Lanscape) के लिए प्रसिद्ध है. देहरादून हिमालय के पर्यटन स्थल जैसे मसूरी, औली और हिन्दू धर्मिक स्थल जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश आदि से जुड़ा हुआ है. इसलिए इसे छोटा चार धाम भी कहते है. यहाँ बहुत से दार्शनिक स्थल, मंदिर और घुमने के लिए बहुत सी जगहें भी है.

देहरादून जिला (Dehradun District) –

देहरादून उत्तराखंड प्रदेश की राजधानी के साथ – साथ एक जिला भी है इसका मुख्यालय देहरादून नगर में ही है. इसके अंतर्गत 6 तहसीलें, 6 सामुदायिक(कम्युनिटी) विकास खंड, 17 शहर, 764 बसे हुए गाँव और 18 बिना बसे गाँव हैं. सन 2011 के बाद से हरिद्वार के बाद देहरादून उत्तराखंड का दूसरा सबसे घनी आबादी वाला शहर बन गया. देहरादून के पूर्व और पश्चिम में गंगा और यमुना नदी के अलावा दक्षिण में तैराई, दक्षिण – पूर्व में शिवालिक और उत्तर – पश्चिम में हिमालय पर्वत विराजमान है. देहरादून जिले में “राष्ट्रीय तेल एवं प्राक्रतिक गैस आयोग”, “सर्वे ऑफ़ इंडिया”, “इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ पेट्रोलियम” भी स्थित है. देहरादून में “दून विश्वविद्यालय” भी स्थित है और बहुत से शिक्षण संस्थान जैसे “लॉ कॉलेज देहरादून”, “वन अनुसन्धान संस्थान”, “राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज” और “भारतीय सैन्य अकैडमी” भी हैं. यहाँ प्रमुख कृषि फ़सल जैसे बासमती चांवल, चाय और लीची के बाग भी हैं. यह क्षेत्र टिहरी – गढ़वाल के महाराजा से एक युद्ध में लूट के माल के रूप में जब्त किया गया था जोकि सन 1814 – 16 की गोरखा की लड़ाई के परिणाम के रूप में था. इसके तुरंत दक्षिण में सहारनपुर जिला जुड़ा है जोकि पहले से ही ब्रिटिशर के हाथ में था.

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देहरादून शहर से जुड़ी कुछ जानकारी (Dehradun Information)

देहरादून शहर से जुड़ी कुछ जानकारियाँ इस प्रकार है –

क्र.म.जानकारी के बिंदु    जानकारी
1.राष्ट्रभारत
2.प्रदेशउत्तराखंड
3.संभागगढ़वाल
4.मुख्यालय (Headquarters)देहरादून
5.महापालिका अध्यक्ष (Mayor)मिस्टर विनोद चमोली(बीजेपी)
6.एरिया3,088 किमी स्क्वायर
7.जनसँख्या (सन 2011)1,698,560
8.डेंसिटी550/किमी स्क्वायर
9.भाषाहिंदी
10.पिन कोड248001

देहरादून शहर से जुडी कुछ जानकारियाँ निम्न आधार पर भी दर्शाई गई हैं –

  • देहरादून का इतिहास
  • देहरादून का मौसम
  • देहरादून पहुँचने का तरीका
  • देहरादून के दार्शनिक स्थल
  • देहरादून की संस्कृति

देहरादून का इतिहास (Dehradun History) –

देहरादून कई प्रकार की पौराणिक कहानियों और सांस्कृतियों में भी शामिल है. इसका इतिहास रामायण और महाभारत के समय का है. महाभारत एवं रामायण की कहानी हिंदी में यहाँ पढ़ें. कहा जाता है कि भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण, लंका के राजा रावण को मार कर इसी रास्ते से गुजरे थे. यह एरिया महाभारत के समय से कौरवों और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य से भी जुड़ा हुआ है. यहाँ के मंदिरों का इतिहास लगभग 2000 साल पुराना है. महाभारत के युद्ध के बाद पांडवों का इस क्षेत्र से संबंध रहा है. यमुना नदी के तट पर कालसी में अशोक के शिलालेख मिलने से यह पता चलता है कि पहले यह क्षेत्र बहुत सम्पन्न हुआ करता था. सातवीं शताब्दी में सुधनगर के रूप में एक चीनी यात्री ने इसे देखा था उसके बाद यह कालसी के नाम से जाना जाने लगा. कालसी के समीप हरिपुर के राजा रसाल के भग्नावशेष मिले थे जोकि इसकी सम्पन्नता को बतलाते है. 

सन 1368 में तिमोर के महमूद गजनवी ने इस एरिया में हमला किया. देहरादून दो शब्दों से मिलकर बना है देहरा और दून. इसमें देहरा शब्द का अर्थ है डेरा, जब सिख गुरु हर राय के पुत्र राम राय इस जगह आये तो उन्होंने अपने और अपने साथियों का डेरा यहाँ लगाया. तभी से इस डेरा शब्द को बदलकर देहरादून कर दिया गया. कुछ इतिहासकारों का यह भी कहना है कि देहरा शब्द खुद में एक सार्थक शब्द है, हिंदी में देहरा शब्द का अर्थ देवग्रह या देवालय होता है इसी तरह दून शब्द का अर्थ संस्कृत में द्रोणी होता है, जिसका मतलब होता है दो पहाड़ों के बीच की घाटी. इस तरह इसका नाम देहरादून पड़ा. 

सिख गुरु ने अपने संप्रदाय की स्थापना की और औरंगजेब से समर्थन प्राप्त किया, उसके बाद सन 1757 में रोहिल्ला नाजीबुछोउला से और सन 1785 में ग़ुलाम कादिर से भी समर्थन प्राप्त किया. सन 1801 तक इस क्षेत्र में अर्थव्यवस्था रही. फिर सन 1816 में ब्रिटिशर ने इस जगह पर कब्जा कर लिया और उसके बाद सन 1827 – 28 में मसूरी और लन्दौर के शहरों को प्राप्त किया. देहरादून जिले को सन 1970 के दशक में गढ़वाल मंडल से जोड़ा गया. सन 2000 में उत्तरांचल राज्य, उत्तराखंड के रूप में स्थापित होने के बाद यह यहाँ की राजधानी के रूप में स्थापित हुआ.   ओरंगजेब जीवन परिचय एवं इतिहास यहाँ पढ़ें.

देहरादून का मौसम (Dehradun Weather)

देहरादून में निम्न मौसमों के अनुसार आया जा सकता है-

  • मार्च से जून – यह समय है जब ज्यादातर लोग समूह में यहाँ आते है. इस समय मौसम खुशनुमा एवं साफ़ रहता है और यह समय यहाँ लोगों को आनंद लेने और साहसिक गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए सबसे अच्छा है. यहाँ का तापमान इस समय ज्यादा से ज्यादा 35 डिग्री सेल्सियस और कम से कम 17 डिग्री सेल्सियस रहता है. देहरादून में इस समय आप हल्के कॉटन के कपड़े ले जा सकते है और खुशनुमा गर्मी का आनंद ले सकते है.
  • जुलाई से सितम्बर – इस समय यहाँ बहुत बारिश होती है जिससे देहरादून सुंदर दिखाई देने लगता है और यहाँ हर जगह हरियाली छा जाती है. इस मौसम के दौरान देहरादून बहुत ही आकर्षक प्रतीत होता है, और गर्मी के बाद बारिश की बूंदों का मज़ा लेने के लिए यह बहुत अच्छी जगह है.
  • अक्टूबर से फरवरी – इस समय देहरादून में पतझड़ के मौसम की शुरुआत होती है और इस समय यहाँ मौसम ठंडा हो जाता है. ठण्ड का मौसम यहाँ दिसम्बर के समय पड़ता है तब यहाँ तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है. यहाँ आसपास की जगहों में बर्फ भी गिरती है, यहाँ का तापमान इस समय ज्यादा से ज्यादा 22 डिग्री सेल्सियस होता है यहाँ आने के लिए यह समय भी बहुत अच्छा है, इस समय आप गर्म कपड़ों का उपयोग कर सकते है.

देहरादून पहुँचने का तरीका (How to reach Dehradun) –

देहरादून निम्न तरीके से पंहुचा जा सकता है –

एयर द्वारा – देहरादून में “जॉली ग्रांट एयरपोर्ट” है जोकि देहरादून शहर से 20 किमी की दूरी पर है. यहाँ के लिए एयर इंडिया, जेट एयरवेज, जेट कोंनेक्ट और स्पाइस जेट आदि फ्लाइट्स है. एयरपोर्ट से आपको देहरादून शहर जाने के लिए टेक्सी मिल जाएगी जोकि 40 से 45 मिनिट में आपको वहाँ पहुँचा सकती है.

बस द्वारा – देहरादून दिल्ली, शिमला, हरिद्वार, ऋषिकेश, आगरा और मसूरी शहरों से वॉल्वो, डीलक्स, सेमी – डीलक्स और उत्तराखंड स्टेट ट्रासपोर्ट बसों के द्वारा जुड़ा हुआ है. ये बसें आसपास के शहरों के बस स्टैंड से भी जुडी हुई है. जिसके द्वारा आप यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं.

ट्रेन द्वारा – देहरादून ट्रेन के द्वारा दिल्ली, लखनऊ, अलाहाबाद, मुंबई, कोलकाता, उज्जैन, चेन्नई और वाराणसी शहरों से जुड़ा हुआ है. यहाँ का रेल्वे स्टेशन शहर से 1-2 किमी की दूरी पर है जहाँ आप 10 मिनिट में पहुँच सकते हैं. देहरादून देश के कई जगहों से शताब्दी एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस, देहरादून AC एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस, बांद्रा एक्सप्रेस और अमृतसर देहरादून एक्सप्रेस आदि ट्रेन्स के द्वारा जुड़ा हुआ है जिससे आप देश के किसी भी कोने में होने के बावजूद भी यहाँ आ सकते है. 

खुद के साधन द्वारा – देहरादून खुद के साधन से भी जाया जा सकता है देहरादून रोड द्वारा भी दिल्ली से जुड़ा हुआ है जहाँ 4 घंटे में पहुंचा जा सकता है. चंडीगढ़ से यह 167 किमी की दूरी पर है जहाँ 3 घंटे में पहुँच सकते है. देहरादून हरिद्वार और ऋषिकेश से भी रोड द्वारा जुड़ा हुआ है. ऋषिकेश के पर्यटन स्थल यहाँ पढ़ें.

देहरादून के दार्शनिक स्थल ( Dehradun Tourist Place In Hindi) –

देहरादून में निम्न दार्शनिक स्थल है –

  • मंदिर – देहरादून का इतिहास बहुत से पुराने मंदिरों से जुड़ा हुआ है जिनमे से कुछ इस प्रकार हैं.
  1. तप्केश्वर महादेव मंदिर – यह मंदिर शहर की सीमा में स्थित है जोकि शहर के मध्य से लगभग 5.5 किमी दूर है. मौसमी नदी के तट पर एक विशाल गुफा मंदिर है जोकि भगवान शिव को समर्पित है. इस मंदिर का नाम हिंदी शब्द टपक से पड़ा जिसका अर्थ होता है बूँद, जहाँ प्राकृतिक पानी की बूंदे छत से गुफ़ा में शिवालिंग के ऊपर गिरती रहती है. पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव ने गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा के लिए दूध का प्रवाह बनाया था.
  2. तिब्बतन बुद्धिस्ट मंदिर – यह मंदिर यहाँ का बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है, यह मंदिर तिब्बतन धर्म के धार्मिक स्कूल के लिए भी प्रसिद्ध है. बुद्धा मंदिर देहरादून शहर का सबसे अच्छा दार्शनिक स्थान है. यह मंदिर बहुत से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों और बोद्ध के चाहने वाले लोगों के लिए बहुत ही आकर्षक है.
  3. ज्वाला देवी मंदिर – यह मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित है. इस मंदिर को “बनोग हिल” भी कहा जाता है. बनोग हिल सागर लेवल से 2104 मीटर ऊपर स्थित है और मसूरी के पश्चिम से 9 किमी है. यह मंदिर बेनीग घाटी के ऊपर स्थित है जोकि एक ताज की तरह दिखाई देता है. यह घने जंगल, यमुना घाटी और दून घाटी से घिरा हुआ है.
  4. लक्ष्मण सिद्ध मंदिर – यह मंदिर देहरादून से 12 किमी की दूरी पर स्थित है इसे प्राकृतिक सुन्दरता के लिए जाना जाता है. यह मंदिर स्वामी लक्ष्मण सिद्ध का अंतिम संस्कार स्थान है यहाँ हर साल पर्यटकों की बड़ी संख्या आती है. इसका सम्बन्ध रामायण के समय से भी है. इस सिद्ध मंदिर के अलावा देहरादून में 3 और सिद्ध मंदिर है “कालू सिद्ध” जोकि बनियावाला के पास है, “मानक सिद्ध” जोकि शिमला बाईपास रोड के पास है और “मदु सिद्ध” जोकि प्रेमनगर के पास है. 
  5. संतला देवी मंदिर – संतला देवी मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है जोकि देहरादून में नूर नदी के ठीक ऊपर है. यह मंदिर सन्तौर गढ़ में देहरादून से 15 किमी की दूरी पर हरे जंगल के बीच स्थित है. संतला देवी और उनके भाई इस मंदिर के देवता हैं.
  6. स्वर्ग निवास मंदिर – यह मंदिर ऋषिकेश में स्थित है. इस मंदिर में 13 स्टोरीज है. यहाँ योग के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है. कहा जाता है कि यहाँ एक महान ऋषि ने तपस्या की थी.
  7. साईं दरबार मंदिर – यह मंदिर “घंटा घर” से राजपुर रोड की तरफ 8 किमी की दूरी पर स्थित है. यह मंदिर मार्बल से बना है और इस मंदिर के अंदर दीवारों में रंग – बिरंगी चित्रकारी भी की गई है.
  8. दात काली मंदिर – यह मंदिर भी यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जोकि सहारनपुर में देहरादून से 14 किमी की दूरी पर स्थित है. यह मंदिर देवी काली को समर्पित है इस मंदिर में हर साल देवी काली के भक्त आते है.
  9. शिव मंदिर – यह मंदिर भी बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है जोकि भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर देहरादून से 12 किमी की दूरी पर है हर साल शिवरात्रि और सावन में लोग यहाँ दर्शन करने आते है. 
  10. भद्रज मंदिर – यह मंदिर भगवान कृष्णा के भाई भगवान बालभद्र जी को समर्पित है. यह मंदिर देहरादून से 15 किमी की दूरी पर स्थित है.
  • लछिवाला – लछिवाला बहुत ही प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है जोकि हरिद्वार और ऋषिकेश रोड में देहरादून से 22 किमी की दूरी पर है यह घने जंगलों से घिरा हुआ है. यह परिवार के साथ पिकनिक के लिए बहुत अच्छी जगह है.
  • गुच्छु पानी – यह एक गुफा के अंदर है जिसे “रोबर्स गुफा” कहा जाता है यह बहुत ही प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है. यह देहरादून से 8 किमी दूर अनरवाला गाँव के पास स्थित है. लोग यहाँ के ठन्डे पानी का मज़ा लेते है जोकि यह यहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता है.
  • मलसी हिरण पार्क – देहरादून का बहुत ही प्रसिद्ध और राष्ट्रीय पार्क “राजाजी राष्ट्रीय पार्क” है. देहरादून में राजाजी राष्ट्रीय पार्क के बाद दूसरा सबसे आकर्षक पार्क यही है यह देहरादून से मसूरी रोड में 10 किमी की दूरी पर है. यह भी परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए बहुत अच्छी जगह है. मसूरी हिल स्टेशन के दार्शनिक स्थल के बारे में  यहाँ पढ़ें.
  • सहस्त्रधारा – यह देहरादून में बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है. सहस्त्रधारा का मतलब होता है हजारों धाराएँ. यह देहरादून से 14 किमी दूर बल्दी नदी पर है. यहाँ अधिक संख्या में लोग घुमने के लिए आते हैं. इसके अलावा देहरादून में दो और फॉल “शिखर फॉल” और “टाइगर फॉल” भी है जोकि बहुत ही प्रसिद्ध है.
  • घंटा घर – यह जगह देहरादून की बहुत ही प्रसिद्ध जगह है. जोकि देहरादून शहर के केंद्र में ही स्थित है, यह बहुत ही बड़ा लैंडमार्क भी है.
  • गुरु रामराय गुरुद्वारा – यह देहरादून शहर का दिल है जोकि देहरादून का सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और धार्मिक स्थान है. यह 17 वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था. यह स्थान सिख धर्म के लिए बहुत ही पुराना पवित्र और धार्मिक स्थान है. इस शहर का इतिहास इसी से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा देहरादून में एक “नानकसर गुरुद्वारा” भी है इसकी भी सिख धर्म में बहुत मान्यता है.
  • घाटी – यहाँ की बहुत प्रसिद्ध दो घाटियाँ है जोकि “दून घाटी” और “जोहर घाटी” है. यह भी पर्यटकों को घुमने के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है. इसके अलावा यहाँ एक “फन घाटी” भी है.
  • इंस्टिट्यूट – यहाँ कई इंस्टिट्यूट भी है जैसे “फारेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट” और “दी इंडियन मिलिट्री अकैडमी” आदि इसके अलावा यहाँ इन दोनों इंस्टिट्यूट के लिए म्यूजियम भी हैं.
  • खलंगा युद्ध मेमोरियल – यह देहरादून से 5 किमी दूर सहस्त्रधारा रोड के बीच में स्थित है. यह यहाँ का बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है. इसका इतिहास गोरखा युद्ध से जुड़ा हुआ है.
  • उत्तराखंड युद्ध मेमोरियल – यह पहले विश्व युद्ध से सबंध रखता है, यह खूनी लड़ाई थी जिसमें बहुत लोगों का खून बहा था. इसे “देव भूमि” के साथ – साथ “वीर भूमि” भी कहा जाता है.

इस तरह यहाँ बहुत से दार्शनिक स्थल है जहाँ लोग दर्शन करने, घुमने और पिकनिक मनाने आ सकते है इसके अलावा कुछ और भी दार्शनिक स्थल यहाँ मौजूद है.

  • देहरादून की संस्कृति

देहरादून जिला गढ़वाल क्षेत्र का भाग है इसलिए यहाँ स्थानीय संस्कृति प्रमुख है. इस क्षेत्र में गढ़वाली भाषा बोली जाती है इसके अलावा यहाँ हिंदी और अंग्रेजी भाषा का उपयोग होता है. यहाँ विभिन्न धर्मों के लोग सद्भाव और शांति से रहते है. इस क्षेत्र में शिक्षा प्रणाली के सुधार से उचित परिवहन, संचार का अच्छा सिस्टम है. देहरादून देश के कई प्रमुख स्कूलों के लिए घर है. शहर में परिवहन के लिए नीली बसे प्रमुख साधन हैं.

Ankita
अंकिता दीपावली की डिजाईन, डेवलपमेंट और आर्टिकल के सर्च इंजन की विशेषग्य है| ये इस साईट की एडमिन है| इनको वेबसाइट ऑप्टिमाइज़ और कभी कभी आर्टिकल लिखना पसंद है|

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