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क्रिकेट के मुख्य नियम महत्व निबंध | Cricket Rules

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क्रिकेट सबसे पसंदीदा खेलो में से एक हैं जिसे गली मोहल्ले से लेकर पूरी दुनिया में खेला जाता हैं . फिलहाल क्रिकेट (Cricket World Cup)का वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में खेला जा रहा हैं .

Cricket Rules In Hindi

क्या हैं क्रिकेट (What Is Cricket) निबंध

  1. यह एक आउट डोर खेल हैं जो कि मैदान में खेला जाता हैं .क्रिकेट (Cricket)में बल्ला, बॉल और स्टम्प मुख्य सामग्री हैं जिनके बिना क्रिकेट नहीं खेला जा सकता .
  2. क्रिकेट (Cricket)दो टीमो के बीच खेला जाता हैं प्रत्येक टीम में 11 सदस्य/ प्लेयर होते हैं .इसके अलावा 12 वा सदस्य होता हैं जो कि टीम मे किसी एक सदस्य को चोट लगने अथवा अन्य किसी कारण से बाहर जाने पर उस सदस्य की जगह लेता हैं लेकिन यह 12 वा सदस्य केवल फील्डिंग/ क्षेत्रीय रक्षक बन सकता हैं इसे बल्लेबाज, गेंदबाज या विकेट कीपर की जगह नहीं दी जा सकती .
  3. क्रिकेट (Cricket)में कई तरह के निर्णय लेने के लिए 2 एम्पायर होते हैं जो कि मैदान पर मौजूद होते हैं इसके अलावा 3 rd एम्पायर होता हैं जो कि टीवी स्क्रीन के माध्यम से खेल को देखता हैं और विशेष परिस्थतियों में 3 rd एम्पायर का फैसला अंतिम फैसला माना जाता हैं .
  4. क्रिकेट (Cricket) दो पारियों में खेला जाता हैं प्रत्येक पारी में एक टीम बल्लेबाजी करती हैं और दूसरी टीम गेंदबाजी एवम क्षेत्र रक्षण करती हैं .
  5. पहली पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम का मुख्य उद्देश्य रन अथवा स्कोर बनाना होता हैं .
  6. गेंदबाजी करने वाली टीम का मुख्य उद्देश्य बल्लेबाज को आउट करना एवम रन/ स्कोर रोकना होता हैं .
  7. दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम के सामने रन/ स्कोर का एक लक्ष्य होता हैं जो कि पहली पारी में सामने वाली टीम ने दिया, उसे प्राप्त करना होता हैं
  8. कौनसी टीम पहले बल्लेबाजी अथवा गेंदबाजी करेगी इसका निर्णय टॉस जितने वाली टीम का कप्तान करता हैं .

अन्तराष्ट्रीय/ राष्ट्रिय स्तर पर क्रिकेट के तीन टाइप होते हैं .

  • टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket)
  • एक दिवसीय क्रिकेट (One Day Cricket)
  • ट्वेंटी 20 क्रिकेट (Twenty 20/ T2o Cricket)

इनमे कुछ नियमों का अंतर होता हैं जो कि खास तौर पर खेले जाने वाले दिनों अथवा कितनी गेंद अर्थात ओवर के बीच होता हैं .

इस ब्लॉग में एक दिवसीय क्रिकेट को लक्ष्य किया गया हैं .

क्रिकेट के मुख्य नियम  (Cricket Rules In Hindi):

  1. एक दिवसीय क्रिकेट में 50 ओवर का खेल खेला जाता हैं प्रत्येक ओवर में 6 बॉल होती हैं इस तरह 300 बॉल खेली जाती हैं .
  2. पहली पारी में बल्लेबाज टीम इन 50 ओवर को खेल कर रनों का एक लक्ष्य सामने वाली टीम को देती हैं .
  3. अगर टीम के 10 प्लेयर 50 ओवर से पहले ही आउट कर दिए जाते हैं तो उस वक्त तक बनाये गए रन को लक्ष्य माना जाता हैं और अगली पारी खेली जाती हैं .
  4. दूसरी पारी में टीम के 10 सदस्यों के सामने रन का लक्ष्य होता हैं जिससे एक रन ज्यादा 50 ओवरों में पूरा करना होता हैं .यह टीम के परफॉरमेंस पर डिपेंड करता हैं कि वो लक्ष्य को कितनी बॉल अथवा ओवर में प्राप्त कर सकती हैं .
  5. दोनों ही पारियों में गेंदबाजी करने वाली टीम का मुख्य उद्देश्य बल्लेबाज को आउट करना और कम से कम रन बनने देना हैं दूसरी पारी में बल्लेबाजो को दिए गए लक्ष्य से रोकने के लिए उन्हें आउट करना अथवा रनों की गति को नियंत्रित करना होता हैं .

रन अथवा स्कोर (Cricket Run/ Scores Rule)

  1. क्रिकेट (Cricket) मे बल्लेबाज द्वारा तीन तरह से रन बनाये जाते हैं
  • विकेट के बीच दौड़ कर :
    मैदान पर पिच बनाई जाती हैं जो कि 2012 cm लंबी एवम 305 cm चौड़ी होती हैं .पिच के दोनों तरफ स्टम्प होते हैं और दोनों तरफ एक-एक बल्लेबाज खड़ा होता हैं खेलने वाला बल्लेबाज बॉल को मारता हैं और रन लेने के लिए दोनों बल्लेबाज सामने वाले स्टम्प की तरफ दौड़ते हैं . इस वक्त गेंदबाजी करने वाली टीम की कोशिश होती हैं कि वो गेंद को पकड़ कर बल्लेबाज के स्टम्प तक पहुँचने से पहले स्टम्प को गेंद से मार कर आउट करे या जल्द से जल्द गेंद पकड़कर बल्लेबाज को कम से कम रन बनाने दे .
  • चौका :
    जब बल्लेबाज गेंद को मारता हैं और गेंद मैदान पर दौड़ती हुई निर्धारित सीमा के पार जाती हैं तब उसे चौका अर्थात चार रन कहे जाते हैं.
  • छक्का :
    जब बल्लेबाज गेंद को मारता हैं और वो हवा में बिना टप्पा खाये सीमा के पार जाती हैं तब उसे छक्का अथवा 6 कहे जाते हैं .
  • अतिरिक्त रन :
    इसके अलावा गेंदबाज की गलत बॉल के कारण सामने वाली टीम को प्रत्येक गलत बॉल पर एक रन दिया जाता हैं .

गलत बॉल के टाइप  (Wrong Ball Types)

  • नो बॉल (No Ball):
    गेंदबाज द्वारा नियम के विरुद्ध गेंद डालना अर्थात 1. गलत तरह से भुजाओं का इस्तेमाल 2. गेंद की ऊँचाई बल्लेबाज से कई गुना ज्यादा उपर होना 3. फील्डर का गलत पोजीशन पर होना 4 गेंदबाज का पैर रिटर्न क्रीज़ से बाहर होना,इसे No Ball कहा जाता हैं जिसके लिए सामने वाली टीम को एक अतिरिक्त रन दिया जाता हैं और उस बॉल पर रन आउट के अलावा कोई आउट मान्य नहीं होता . साथ ही एक फ्री हिट अर्थात एक अतिरिक्त बॉल बल्लेबाज को खिलाई जाती हैं जिस पर वो रन आउट के अलावा आउट नहीं हो सकता .
  • वाइड बॉल (Wide Ball):
    जब गेंद बल्लेबाज से बहुत दूर होती हैं जिसे वो किसी भी कंडीशन मे खेल नहीं सकता उसे गेंदबाज की गलती माना जाता हैं और बल्लेबाज टीम को अतिरिक्त रन दिया जाता हैं .
  • बाई (Bye) :
    जब बॉल बल्ले से टच नही करती और विकेट कीपर भी उसे छोड़ देता हैं उस वक्त बल्लेबाजों को रन दौड़ने का वक्त मिल जाता हैं उसे बाई बॉल कहते हैं .
  • लेग बाई (Leg Bye):
    जब बॉल बल्ले से न टकराकर बल्लेबाज से टकराती हैं और दूर चली जाती हैं उस वक्त भी बल्लेबाज को रन दौड़ने का मौका मिल जाता हैं उसे लेग बाई कहते हैं .

आउट होने के प्रकार  (Types Of Out)

  • बोल्ड (Bold):
    जब गेंदबाज गेंद को स्टंप पर मारता हैं और बल्लियाँ गिर जाती हैं उसे बोल्ड कहते हैं अगर टकराने पर बल्लियाँ नहीं हिली या गिरी तो नॉट आउट होता हैं .
  • केच (Catch):
    बल्लेबाज से गेंद को हवा में मारा और बिना टप्पा खाये उसे फील्डर ने पकड़ लिया तो उसे केच आउट कहते हैं .
  • लेग बिफोर विकेट (Leg Before Wicket LBW):
    जब गेंद बल्लेबाज के पैर से टकराती हैं ऐसा कई बार होता हैं लेकिन जब ऐसा लगे की बॉल लेग से ना टकराती तो विकेट पर लग सकती थी उस वक्त एलबीडबल्यू आउट दिया जाता हैं .
  • रन आउट (Run Out):
    जब बल्लेबाज रन के लिए विकेट के बीच दौड़ते हैं तब अगर बॉल किसी भी फील्डर ने पकड़ ली और बल्लेबाज के विकेट तक पहुँचने से पहले विकेट को हिट कर दिया तब उसे रन आउट माना जाता हैं .
  • हिट विकेट (Hit Wicket):
    जब बल्लेबाज की गलती से विकेट गिर जाता हैं उसे हिट विकेट कहते हैं .
  • गेंद दो बार मारना(Hitting Ball Two Times By Batsman):
    बल्लेबाज को गेंद एक बार ही खेलने की अनुमति होती हैं अगर वह आउट होने के डर से उसे फिर से टच करता हैं तो आउट दिया जाता हैं .
  • स्टंप्ड आउट (Stumped) :
    जब बल्लेबाज बॉल को टच नहीं करता और रन के लिए दौड़ता हैं उस वक्त विकेट कीपर बॉल से उसे आउट कर सकता हैं अगर विकेट कीपर दूर से विकेट पर बॉल फेंक कर मारता हैं तो उसे रन आउट कहते हैं लेकिन जब वो हाथ में बॉल लेकर विकेट टच करता हैं तो उसे स्टंप्ड आउट कहते हैं .
  • गेंद पकड़ना (Catch Ball By Bates Man):
    अगर बल्लेबाज गेंद को हाथ से पकड़ ले या आउट से बचने के लिए उसे हाथ से टच करे तो वह आउट माना जाता हैं .
  • टाइम आउट (Time Out):
    बल्लेबाज के औत होने के बाद अगर अन्य बल्लेबाज 3 मिनिट के अंदर खेलने नहीं पहुंचा तो वह आउट माना जाता हैं . इसे टाइम आउट कहते हैं .
  • बाधा डालना :
    जब बल्लेबाज दूसरी टीम को अपशब्द कहे या उन्हें बॉल पकड़ते वक्त जन बुझकर उनके सामने आ जाये तब उसे आउट कर दिया जाता हैं .

टी-20 क्रिकेट का ही नया स्वरूप है जिसे इंगलैण्ड में 2003 में आरंभ किया गया था. इस खेल के प्रकार को आरंभ करने के पीछे कारण यह था कि क्रिकेट पहले ज्यादा रोमांचक बनाया जाये और अधिक संख्या में दर्शक इसमें भाग लें. हालंकि लगभग इस खेल की पद्धति बाकी क्रिकेट विधाओं की तरह है, फिर भी इस खेल में विशिष्ट परिवर्तन किये गये हैं.

समान्य नियम (T20 Cricket General rule)

  • कुल 20 ओवर में से पांच गेंदबाज में प्रत्येक गेंदबाज अधिकतम 4 ओवर ही करेंगे.
  • गेंदबाज कभी भी पोम्पिंग क्रीज का अतिक्रमण करता है तो वह नो बॉल होगा. बैटिंग टीम को इसके बदले 1 रन मिलेगा और बॉल भी मान्य नहीं होगी. इसके बाद की गेंद फ्री हिट होगी जिस पर बल्लेबाज आउट नहीं होगा सिवाय रनआउट के.
  • यदि एम्पायर को लगता है कि कोई टीम बेवजह समय बर्बाद कर रहा है तो वह अपनी बुद्धिमत्ता के अनुसार उस टीम को 5 रन बतौर जुर्माना के काट लेगा.
  • समान्य ट्वेंटी 20 क्रिकेट में मध्यांतर 20 मिनट का होता है. अगर किसी कारण से मैच के ओवर कम होते हैं तो मध्यांतर का समय 10 मिनट का हो जाता है.
  • अगर दोनों टीम पांच ओवर का मैच खेल लेती है तो मैच निरस्त नही होगा.
  • ट्वेंटी 20 क्रिकेट में प्रत्येक ओवर में एक शार्ट पिच बॉल फेंकने की अनुमति है.
  • टीम के रन रेट को काउंट करने के लिए प्रत्येक ओवर बनाये गये रन के विरूद्ध दूसरे टीम के स्कोर किये गये रन से कम कर दिया जाता है.

फार्मेट (Format)

ट्वेंटी 20 क्रिकेट का फारमेट समान्य तौर वनडे की तरह ही होता है, सिर्फ ओवरों का अंतर होता है, जैसा कि नाम से ही पता चलता है. यह खेल दो टीमों के बीच होत है औऱ प्रत्योक टीम 20 ओवरों का मैच खेलती है. चुंकि यह त्वरित खेल होता है तो खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम का प्रयोग नहीं करते हैं. वे मैदान किनारे कैनोपी में बैठते हैं.

क्षेत्र रक्षण (Fielding)

  • लेग साईड में दिये अवधि तक 5 से ज्यादा क्षेत्ररक्षक (fielder) नहीं रख सकते हैं.
  • ट्वेंटी 20 क्रिकेट में पहले 6 ओवर तक सिर्फ दो खिलाड़ी ही 30 गज के बाहर रहेंगे. बाकी सारे क्षेत्ररक्षक सर्कल के अन्दर रहेंगे.
  • क्षेत्ररक्षण करने वाले टीम को पूरे 20 ओवर 80 मिनट के अन्दर ही करना होगा. ऐसा नहीं होने पर बैटिंग टीम को एक्स्ट्रा रन स्कोर करना पड़ सकता है. बैटिंग टीम भी अगर समय बर्बाद करती है तो एम्पायर यही फैसला उनके खिलाफ भी ले सकती है.

बराबरी का निर्णय (The decision to draw)

ट्वेंटी 20 क्रिकेट में खेल बराबर पर कभी खत्म नहीं होता जबतक की कोई प्राकृतिक कारण न हो. सुपर ओवर के रूप में दोनों टीम को एक एक ओवर खेलना होता है. इसे आप मिनी मैच के तौर पर भी ले सकते हॆं. यदि एक टीम इस ओवर में दो विकेट खो देती है तो वह टीम हार जायेगी या फिर ऐसा नहीं होता है तो जो टीम सबसे ज्यादा रन बनायेगी उसे जीत मिलेगी. यदि इसमें भी टाई हो जाता है तो फिर जो कोई टीम सबसे ज्यादा सिक्सर लगायी होती है उसे जीत मिल जायेगी, यहाँ तक इसमें भी टाई हो तो फिर चौकों के आधार टीम को जीत मिलेगी.

टेस्ट क्रिकेट के नियम ( Test cricket rule ) 

टेस्ट क्रिकेट के कुछ जरूरी नियम

  • दो टीमों के बीच मे खेला जाने वाला टेस्ट क्रिकेट का मैच लगातार 5 दिनों तक खेला जाता है और अगर उन 5 दिन में मैच का निर्णय आ जाता है तो ठीक नहीं तो मैच को ड्रा घोषित कर दिया जाता है ओर कोई भी टीम विजयी नही होगी।
  • टेस्ट क्रिकेट के के मैच में जो भी टीम खेलती है उनको हर टीम को दो बार बल्लेबाजी और दो बार गेंदबाज़ी करने का मौका मिलता है। जिसमे सब खिलाड़ियों को दो बार मौका मिलता है।
  • टेस्ट क्रिकेट के मैच में ओवर 1 दिन में 90 ओवरों तक का खेल खेला जाता है और इसी हिसाब से पूरे 5 दिनों में 450 ओवर का खेल होता है और इसमें गेंदबाज़ जितने चाहे उतने ओवर इस मैच में डाल सकता है, इसमे एकडिवीसीय की तरह ओवर की लिमिट नही होती।
  • टेस्ट मैच में एक ओर फायदा है कि अगर बल्लेबाज के पीछे की ओर से कोई गेंद जाती है तो उसे बोल को वाइड बाल करार नहीं दिया जाता है।
  • टेस्ट मैच की एक पारी में हर टीम के पास ज्ज्ञै खेल रही है के पास दो डी.आर.एस होते हैं और 90 ओवर समाप्त हो जाने के बाद दोनों टीम को दोबारा से दो डी.आर.एस और मिल जाते हैं।
  • टेस्ट मैच में फिल्डिंग पर कोई पाबंदी नही है इसमे टीम जितने चाहे उतने खिलाड़ी बाउंड्री पर और 30 गज के घेरे के अंदर अपनी मर्जी के अनुसार लगा सकती है।
  • टेस्ट मैच मे कोई भी फ्री हीट नही दिया जाता है, अगर कोई नाॅ बॉल फैंकता है तो वह बॉल नाॅ बॉल मानी जाएगी और अगली गेंद पर नाॅ बॉल का फ्री हीट नही मिलेगा।

फालोऑन क्या है

  • बैटिंग करने वाली टीम पहली पारी में इतने अधिक रन बना लिए हो और वह अगर दूसरी टीम ने पहले टीम के मुकाबले में बहुत ही कम रन बनाएं हो तो पहली टीम सामने वाली दूसरी टीम को फालोऑन देती है।
  • टेस्ट मैच मे खलने वाली टीमों मे के लिए एक दीन मे 1 चाय ब्रेक,  1 खाने का ब्रेक दिया जाता है जो की क्रमश 30 मिनट और 45 मिनट का होता है
  • टेस्ट क्रिकेट मैच के 1 दिन में तीन सेंशन होते हैं और एक सेशन में 30 ओवर किया जाता है, इसके बाद उपर वाले दोनो ब्रेक दिये जाते है।
  • टेस्ट मैच में हर 80 ओवर खत्म होने के बाद अगर गेंदबाज़ी करने वाली टीम अगर चाहे तो नई गेंद ले सकती है।

एकदिवसीय क्रिकेट के नियम ( ODI Rules ) 

एकदिवसीय क्रिकेट के कुछ जरूरी नियम

  • यह मैच 50 ओवर का होता है। 
  • टाइम आउट का नियम :- यदि कोई खिलाड़ी आउट / रिटायर्ड हर्ट हो जाता है तो उसके बाद आने वाले बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर अंपायर से गार्ड ले लेना चाहिए या खेलने के लिए क्रीज पर आ जाना चाहिए अन्यथा उस प्लेयर को खेलने के लिए आये खिलाड़ी को आउट करार दे दिया जाता है।
  • अपील नहीं आउट नहीं :- अगर कोई प्लेयर एलबीडब्लयू आउट हो जाता है तो उस स्थिति मे फिल्डिंग वाले खिलाड़ियों को अपील करना जरूरी है, अन्यथा वह खिलाड़ी आउट नही माना जाएगा। 
  • बैल्स नहीं गिरी तो आउट नहीं :- अगर कोई प्लेयर खेल रहा है और बॉलर बोलिंग करने के दोहरान अगर बॉल या बैट स्टम्प से टकराती है और बैल्स नही गिरती है तो वह खिलाड़ी आउट नही माना जाएगा। 
  • घायल खिलाड़ियों के नियम :- अगर खेलने वाले खिलाड़ी मैदान से बाहर घायल होने के बाद जाता है और मैदान में वापस आने के बाद अंपायर को जानकारी नहीं देता तो उस स्थिति मे फील्डिंग करने वाली टीम के 5 रन कट जाते हैं।
  • गेंद के साथ छेड़खानी :- अगर कोई प्लेयर बैटिंग करते समय बॉल को हाथ से रोकता है तो उस स्थिति मे वह खिलाड़ी आउट माना जाएगा। 
  • मैनकेडिंग, गेंद फेंकने से पहले छोड़ी क्रीज :- इस नियम के तहत क्रिकेट मे जब रनिंग करने वाला बल्लेबाज गेंद फेंकने से पहले ही अपना क्रीज छोड़ जाता है ऐसे में आउट होने को मैनकेडिंग कहते हैं. लेकिन इस नियमानुसार यह रनआउट गेंदबाज के खाते में नहीं जाता है।
  • बैट्समैन को डिस्टर्ब करना :- यदी फिल्डिंग करने वाले प्लेयर खेलने वाले बैस्टमेैन से छेड़छाड़ करता है तो उस स्थिति मे 5 रन बैस्टमेंन के खाते मे जोडे जायेंगे। 

T20 क्रिकेट के नियम ( T20 Rules ) 

T20 क्रिकेट के कुछ जरूरी नियम

  • यह मैच 20 ओवर का होता है। 
  • गेंदबाज़ कभी भी पोम्पिंग क्रीज का अतिक्रमण करता है उस स्थिति मे फैंकी गई देंग नाॅ-बॉल मानी जाएगी और बैटिंग करने वाली टीम को 1 रन दिया जाएगा। 
  • खेल के दौरान यदि एम्पायर को लगता है कि कोई टीम बे वजह निर्धारित समय को बर्बाद कर रही है तो वह उस स्थिति मे उस टिम के 5 रन काट दिये जायेंगे। 
  • सामान्य ट्वेंटी 20 क्रिकेट में मध्यांतर 20 मिनट का होता है, अगर कोई कारण ऐसा होता है ही मैच के ओवर कम होते हैं तो मध्यांतर का समय 10 मिनट का हो जाता है।
  • मैच के दौहरान अगर दोनो टीमें 5 या उससे अधिक ओवर खेल लेते है तो उस स्थिति मे वह मैच रद्द नही होगा। 
  • t20 क्रिकेट मैच में प्रत्येक ओवर में केवल एक शार्ट पिच बॉल फेंकने की अनुमति है।

एम्पायर के लिए नियम ( Rules for umpire ) 

एम्पायर के लिए कुछ जरूरी नियम

  • क्रिकेट मे एम्पायर के लिए सबसे जरूरी होता है ही व मैच से पहले व मैच के बाद मैदान या पिच को अच्छी तरह से देख ले या उसके बारे मे जानकारी ले लेवे ताकि मैच के दौरान कोई समस्या तो नही हुई यह जानने मे वह मदद करता है। 
  • वैसे तो एम्पायर जो भी निर्णय देता है वह अंतिम होता है परन्तु फिर भी एम्पायर को यह जानना चाहिए की वह जो भी निर्णय दे रहा है वह नियमों मे रह कर दे रहा हो। 
  • वैसे तो एम्पायर का निर्णय अंतिम होता है फिर भी उसके उपर एक तीसरा एम्पायर और होता है जो की इस बात का ध्यान रखता है ही कही मैदान वाले एम्पायर ने निर्णय गलत तो नही दिया ?
  • एम्पायर मैच का एक प्रकार से मुख्य होता है जो मैच पर पुरा ध्यान रखता है। 

खिलाड़ियों के लिए नियम ( Rules for players ) 

वैसे तो खिलाड़ियों के लिए पहला नियम होता है की वह इस गेम को पूरी ईमानदारी व खेल भावना के साथ खेले। इन सब के अलावा और भी कुछ सामान्य नियम होते है जिसके बारे मे आपको जानना चाहिए। 

  • एक प्लेयर दूसरे किसी प्लेयर को जो सामने वाली टीम मे खेल रहा है उसके साथ दूव्यवहार नही करेगा और ना ही उस पर कुछ गलत टिप्पणी करेगा। 
  • अगर कोई खिलाड़ी बैटिंग कर रहा है तो उस स्थिति मे एक प्लेयर के आउट होने के बाद 3 मिनट मे मैदान मे नही आता है तो उस स्थिति मे उस खिलाड़ी को आउट माना जाता है। 
  • मैच के आरम्भ होने से पहले मैच के कैप्टन को उन 11 खिलाड़ियों की लिस्ट मैच रेफ़री को देनी पडती है जो उस मैच मे खेल रहे है यह अनिवार्य है। 
  • फिल्डिंग वाली टीम की तरफ से उन खिलाड़ियों के लिए यह जरूरी है की अगर सामने वाला खिलाड़ी स्टम्प आउट हो जाता है तो उस स्थिति मे फिल्डिंग वाले खिलाडियों को अपील करनी पडती है अन्यथा बैटिंग वाली टीम आऊट नही माना जायेंगे। 

बॉलर के लिए नियम

बॉलर के लिए कुछ जरूरी नियम

  • बोलिंग  के लिए सबसे पहले किसी भी बॉलर को बाल फैंकने समय इस बात का ध्यान रखना होता है उसको 15 डिग्री तक की मुडना चाहिए, उससे ज्यादा होने पर यह गलत माना जाता है। 
  • बॉलर को बोलिंग  करते समय यह जरूरी है ही व RunUp जरूर ले, खडे रहकर बोलिंग  करना अमान्य माना जाता है। 
  • बॉलर का एक्शन State of the Art Technology के हिसाब से नापा जाता है जिससे की यह तय हो सके की वास्तव मे बॉलर सही बोलिंग  कर रहा है या नही। 

बेटसमैन के लिए नियम ( Rules for batsman ) 

बैटमैन के लिए कुछ जरूरी नियम

  • बैटमैन को बैटिंग करते समय पूरी ड्रेच व जरूरी सुविधानुसार सामानों का पहना होना चाहिए जैसे हेलमेट, गल्बज इत्यादि। 
  • बैटमैन के लिए यह जरूरी है की वह मैच मे पूर्व खिलाड़ी के आउट होने के बाद 3 मिनट के अन्दर मैदान मे खेलने आये अन्यथा वह आउट माना जाएगा। 
  • बैटसमैन के लिए यह जरूरी है की उसको इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वह मैच खेलते समय किसी फिल्डिंग वाली टिम के खिलाड़ी से बे वजह बातचीत न करे। 
  • बैटसमैन के लिए खेलते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी होता है की वह खेलते समय बैट के अलावा हाथ से बॉल को न छुए। 

थर्ड एम्पायर के लिए नियम ( Rule for third umpire ) 

Third umpire के लिए कुछ जरूरी नियम

  • वैसे तो थर्ड एम्पायर का काम होता है On field एम्पायर के निर्णय पर नजर रखना इसके अलावा उसका कोई खास कार्य नही होता है। 
  • इसके अलावा थर्ड एम्पायर के लिए यह जरूरी होता है ही वह मैदान मे होने वाली कुछ अमानवीय घटनाओं पर फिल्ड एम्पायर से बातचीत करे और उस समस्या के समाधान हेतु प्रयास करे। 
  • अगर कोई खिलाड़ी ओन फिल्ड एम्पायर के निर्णय को चैलेंज करता है तो उस स्थिति मे उस निर्णय को वापस चैक करे और सही निर्णय दे इत्यादि। 

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Karnika
कर्णिका दीपावली की एडिटर हैं इनकी रूचि हिंदी भाषा में हैं| यह दीपावली के लिए बहुत से विषयों पर लिखती हैं | यह दीपावली की SEO एक्सपर्ट हैं,इनके प्रयासों के कारण दीपावली एक सफल हिंदी वेबसाइट बनी हैं

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