अंतराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस का इतिहास | International Olympic Day History In Hindi 2024

अंतराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस का इतिहास, थीम, समिति, संघ, सेलिब्रेशन, मैडल, सुविचार [International Olympic Day History in Hindi] (Theme, Sponsors, Members, Celebration, Medal, Quotes, Quiz)

“ओलंपिक डे” इस दिन को सर्वप्रथम 1948 मे परिचित करवाया गया था, परंतु ओलंपिक गेम्स की शुरवात इससे कई वर्ष पूर्व 23 जून 1894 को सोरबोन, पेरिस में  हो चुकी थी. इस 23 जून को, 1948 से हर वर्ष अंतराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य खेलों में अंतराष्ट्रीय स्तर पर और हर आयु वर्ग और लिंग के लोगों कि भागीदारी को बढ़ावा देना था. जब सर्वप्रथम ऑलिंपिक डे मनाया गया था, तो इसे अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समितियों द्वारा  कुल 9 देशों में मनाया गया था, जिसमें आस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कनाडा, ग्रेट ब्रिटेन, ग्रीस, पुर्तगाल, स्वीज़रलेंड, Uruguay और वेनज़ुएला शामिल थे.

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अंतराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस का इतिहास (International Olympic Day History)

ओलंपिक खेल का आयोजन प्रति चार वर्षो में अंतराष्ट्रीय खेल समिति द्वारा किया जाता है. यह विश्व में होने वाली अग्रणी खेल प्रतियोगिता है, इसमे 200 से अधिक  देश हिस्सा लेते है. इस प्रतियोगिता में कई तरह के ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन खेल होते है.

अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के बारे मे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी :

जानकारीविवरण
स्थापना23 जून 1894
प्रकारस्पोर्ट्स फेड्रेशन
मुख्यालयलौसन, स्वीज़लेंड
मैम्बरशिप105 एक्टिव मेम्बर, 32 ओनोरी  मेम्बर
औपचारिक भाषाइंग्लिश और फ्रेंच
अध्यक्षथॉमस बेच
उपाध्यक्ष
  • नवल ईएल मोतवाकेलक्रैग रीडीजॉन कोटेस
ऑफिसियल वैबसाइटOlympic.org

ओलंपिक डे अंतराष्ट्रीय स्तर पर सेलिब्रेशन

सैकड़ो या कह सकते है हजारों की संख्या में छोटे बड़े और विभिन्न देशो के लोग विभिन्न तरह के खेलों जैसे दौड़, एक्सिबिशन, म्यूजिक और एजुकेशन आदि में भाग लेते है, और अपनी प्रतिभा का परिचय देते है, और अपने देश का प्रतिनिधित्व करते है. ओलंपिक डे आज के समय में केवल एक स्पोर्ट्स इवैंट न रहकर काफी आगे बढ़ चुका है और इसके तीन मुख्य स्तंभ (move) आगे बड़ो, (learn) सीखों, और (discover) खोजों है. इसमें हर समय कुछ नए खेलों को शामिल किया जाता है. कुछ देशों में इस खेलों के संदर्भ में जानकारी को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया है, तो कुछ जगह नेशनल ओलंपिक कमेटी के सदस्यों ने इससे संबन्धित प्रदर्शनियों को इसमें शामिल किया है.  आज के समय में ओलंपिक डे केवल एक उत्सव न रहकर एक अंतराष्ट्रीय प्रयास बन चुका है, जिसकें द्वारा फ़िटनेस और अच्छा इंसान बनने को बढ़ावा दिया जा रहा है और इस गेम्स के द्वारा खिलाड़ियो में सही खेल, एक दूसरे के लिए रिस्पेक्ट और स्पोर्ट्समेनशिप की भावना को बढ़ावा दिया जाता है.

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक डे 2024 (International Olympic day 2024 Date)

हर साल की तरह इस साल 2024 मे अंतराष्ट्रीय ओलंपिक डे को 23 जुलाई 2024 को मनाया जायेगा.

अंतराष्ट्रीय ओलंपिक 2024 थीम (Theme)

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस जिसे दुनियाभर में 23 जून को मनाया जाता है। यह दिन खेल और फिटनेस को ज्यादा प्रेरित किया जाता है। साथ ही इस दिन विश्व के अलग-अलग हिस्सों अलग-अलगर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें हर उम्र के लोग शामिल होते हैं। जिसके लिए अलग-अलग थीम तैयार की जाती है इस बार भी एक अलग थीम के साथ खेल का आयोजन किया गया। इस बार जो थीम रखी गई वो है ‘स्वस्थ रहें, मजबूत रहें’। इस थीम को इसलिए रखा गया ताकि लोग इससे प्रेरित होकर अपना ध्यान रखें। वैसे भी कोरोना महामारी के कारण लोग काफी परेशानी के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। बीमारी ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया है ऐसे में ये थीम उजागर करने का काम करेगी।

ओलंपिक डे रन (International Olympic Day Run)

पिछले कई वर्षो से ओलंपिक डे रन का आयोजन पूरे विश्व में किया जा रहा है.  पहली ओलंपिक डे रन 1987 में की गयी थी,  राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा प्रतिवर्ष इस दौड़ के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ओलंपिक डे को मनाना और  देश में ओलंपिक डे प्रैक्टिस को प्रोत्साहन देना था. सन 1987 में सर्व प्रथम कुल 45 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों ने इसमे अपनी हिस्सेदारी दी थी, जो संख्या आज बढ़कर 100 से ज्यादा पहुच चुकी है. इस ओलंपिक डे रन में हर उम्र के बच्चे, पुरुषो व महिलाओ को शामिल किया जाता है.

International Olympic Day

इस वर्ष की ओलंपिक डे रन की खास बात यह है कि इस वर्ष 2014 में सोची शीतकालीन ओलंपिक मे बना रिकार्ड टूट चुका है. 106 वर्ष की महिला प्रतिभागी ने यह रिकॉर्ड तोड़ा है और इस महिला का नाम जेमांक्यू है, इन्होने एलेक्जेंडर का रिकार्ड तोड़ा है. एलेक्ज़ेंडर ने जब ओलंपिक दौड़ मे भाग लिया था, तब उनकी उम्र 101 वर्ष थी, तब तक ओलंपिक दौड़ मे भाग लेने वाली सबसे अधिक उम्र की महिला थी, परंतु इस वर्ष जब जेमाक्यू ने इस दौड़ में  हिस्सा लिया, तो उनकी उम्र 106 वर्ष है, जो कि विश्व मे सबसे अधिक उम्र की मशाल थामने वाली महिला है.

अंतराष्ट्रीय ओलंपिक खेलों में प्रतिभागिता

2008 में बीजिंग में हुये ओलंपिक खेलों में विभिन्न देशों से कुल 3.8 मिलयन पुरुष, स्त्रियो ओर बच्चों ने भाग लिया था. यह इसकी और अंतराष्ट्रीय खेलों की बढ़ती लोकप्रियता का प्रतीक है, जिसमें हर खिलाड़ी हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा को साबित करना चाहता है और एक नया मुकाम हासिल करना चाहता है.

MCDONALD’S के साथ Collaboration

MCDONALD’S के सपोर्ट और collaboration के बिना ओलंपिक खेलों का होना नामुमकिन सा है. जो कि वर्ष 2003 से ओलंपिक इवैंट का वर्ल्डवाइड पार्टनर बन चुका है. बहुत से देशों में राष्ट्रीय ओलंपिक समिति लोकल MCDONALD’S की ब्रांच से संपर्क करके और अधिक खिलाड़ियो को आकर्षित करने का प्रयास करती है.

अंतराष्ट्रीय ओलंपिक के स्पोंसर्स (International Olympic Game Sponsors)

  • स्पोंसर्स
  • कोका-कोला
  • एटॉस
  • ब्रिजस्टोन
  • डोव केमिकल कंपनी
  • जनरल इलैक्ट्रिकल
  • MCDONALD’S
  • ओमेगा एसएपैनासॉनिक
  • प्रॉक्टर एंड गैम्बल
  • सैमसंग
  • टोयोटा
  • वीसा आईएनसी.

अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य (International olympic committee members)

पद नाम देश
अध्यक्ष डॉ. थॉमस बच जर्मनी
उपाध्यक्ष एमएस. नवल ईएल मोतवाकेल मोरक्को
उपाध्यक्ष सर क्रैग रीडी यूनाइटेड किंगडम
उपाध्यक्ष मिस्टर जॉन कोटस आस्ट्रेलिया
उपाध्यक्ष मिस्टर जाईंग चाइना
डाइरेक्टर जनरल मिस्टर क्रिस्टोफे दे केप्पर  
मेम्बर मिस्टर वू चिंग-कुओ चाइनिज ताइपेई
मेम्बर रेने फसेल स्विट्ज़रलैंड
मेम्बर मिस्टर पैट्रिक जोसफ हिकके आयरलैंड
मेम्बर मिस क्लाउडिया बोकेल जर्मनी
मेम्बर मिस्टर जुआन एटोनिओ समरंच स्पेन
मेम्बर सेरगे बूबका उकराइन
मेम्बर मिस्टर विल्ली कल्ट्श्च्मित्त लुजन गौटमाला
मेम्बर मिस अनीता देफ़्रंट्ज़ यूनाइटेड स्टेट
मेम्बर प्रोफ. डॉ. उगुर एर्डेनर तुर्की
मेम्बर मिसेस गुनिल्ला लिन्द्बर्ग स्वीडन

नेशनल ओलंपिक समिति का उद्देश्य और रोल (International Olympic Committee Aim)

नेशनल ओलंपिक समिति का मुख्य उद्देश्य ओलंपिक खेलों का प्रचार पूरे विश्व में करना और ओलंपिक खेलों का प्रतिनिधत्व करना है. इसके कुछ अन्य उद्देश्य निम्न है.

  • प्रत्येक देश में खिलाड़ियो को प्रोत्साहित करना और उन्हे सपोर्ट करना , खेलों और खेलों के संदर्भ मे होने वाली प्रतियोगिताओ का विकास और व्यवस्थाओ कि देखरेख करना.
  • ओलंपिक गेम्स के रेगुलर सेलिब्रेशन को संभावित करना.
  • यह समिति सार्वजनिक और निजी संगठनो और अधिकारियों के सहयोग से खेल क्षेत्रों में शांति और मानवता बनाए रखने के प्रयास करती है.
  • यह समितियाँ ओलंपिक आंदोलन को प्रभावित करती है तथा किसी भी प्रकार के भेदभाव का विरोध करती है .
  • यह समितियाँ खेलों में हर स्तर पर महिलाओ को प्रोत्साहित करती है और हर जगह महिलाओ और पुरुषों के साथ समान व्यवहार करती है.

इंटरनेशनल ओलंपिक खेलों में उपलब्ध सम्मान (International Olympic Medals)

ओलंपिक खेलों में मिलने वाले मेडल्स के अलावा भी कई ऐसे अवार्ड है, जिन्हे अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा खिलाड़ियों को दिया जाता है. यह अंतराष्ट्रीय खेल समिति द्वारा दिये जाने वाले अवार्ड इस प्रकार है.

  • आई ओ सी प्रेसिडेंट ट्रॉफी ओलंपिक खेलों में मिलने वाला सबसे बढ़ा अवार्ड है, यह उस खिलाड़ी को दिया जाता ,है जिसने अपने खेल में अच्छा प्रदर्शन किया हो, साथ ही में उस खिलाड़ी का पूरा कैरियर भी उत्कर्ष प्रदर्शन वाला रहा हो और उसने अपने खेल में एक स्थायी प्रभाव दर्ज किया हो.
  • ओलंपिक खेलों मे दिया जाने वाला दूसरा अवार्ड pierre de coubertin medal है, यह उस खिलाड़ी को दिया जाता है जिसने पूरे ओलंपिक खेल में एक स्पेशल खेल भावना का प्रदर्शन किया हो.
  • ओलंपिक खेलों में ओलंपिक कप उस संस्था या संगठन को दिया जाता है, जिसने ओलंपिक खेलों के विकास में प्रयास किए हो.
  • ओलंपिक ऑर्डर अवार्ड उस व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने ओलंपिक खेलों में अपना विशेष योगदान दिया हो. 

रियो ओलिंपिक 2016 (Rio Olympics 2016)

रियो ओलिंपिक एक अंतर्राष्ट्रीय मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट है, जिसे इंटरनेशनल ओलिंपिक कमिटी द्वारा आयोजित किया गया था. रियो ओलिंपिक 2016 का आयोजन ब्राजील में हुआ था, जो 5 अगस्त से 21 अगस्त तक चलेगा. इस आयोजन में दुनिया भर से 206 नेशनल ओलिंपिक कमिटी से 11 हजार एथलीट ने भाग लिया है. इस ओलिंपिक में 28 खेल का आयोजन होगा, जिसमें 306 मैडल पुरुस्कार के रूप में बाटें जायेंगें. इसे समर ओलिंपिक नाम भी दिया गया है.

भारत 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में (Rio Olympics India 2016)

भारत भी रियो ओलिंपिक 2016 में अपना गौरव दिखा रहा है. भारत ने पहली बार सन 1900 में समर ओलिंपिक जो पैरिस में हुआ था, वहां भाग लिया था, उसके बाद 1920 से भारत लगातार हर साल इस ओलिंपिक में भाग लेता आ रहा है. भारत की तरफ से 121 एथलीट रियो ओलिंपिक में भाग ले रहे है, जिसमें 67 मेल एवं 54 फीमेल है. भारत टेबल टेनिस, बैडमिंटन, रेसलिंग, वेटलिफ्टिंग, तैराकी, शूटिंग, रोइंग, जुडो, गोल्फ, हॉकी, बॉक्सिंग, तीरनदाजी, एथलेटिक्स, जिमनास्ट एवं टेनिस खेल में हिस्सा लेगा. अभी तक भारत के हिस्से में एक भी मैडल नहीं आया है, उम्मीद लगाई जा रही आगे भारत को मैडल मिलेंगें. एथलेटिक्स रंजित महेश्वरी एवं अंकित शर्मा से सबको उम्मीद है कि वो भारत को मैडल दिलाने में सफल होंगें.

ओलंपिक खेलों मे भारत को मेडल

भारतीय खिलाड़ियो ने 30 ओलंपिक खेलों में कुल 9 गोल्ड, 6 सिल्वर और 11 कास्य पदक जीते और भारत को विश्व खेल जगत में गौरवान्वित किया. यहाँ हम उन खिलाड़ियो की लिस्ट दे रहे है, जिन्होंने अपने प्रयासों से ओलंपिक खेल में अवार्ड्स जीते और अपने आप को और देश को विश्व में  सम्मान दिलवाया .

व्यक्ति या टीम का नाम मेडल वर्ष खेल
नॉर्मन प्रीचर्ड सिल्वर 1900 एथ्लेटिक्स
नॉर्मन प्रीचर्ड सिल्वर 1900 एथ्लेटिक्स
नेशनल टीम गोल्ड 1928 हॉकि
नेशनल टीम गोल्ड 1932 हॉकि
नेशनल टीम गोल्ड 1936 हॉकि
नेशनल टीम गोल्ड 1948 हॉकि
नेशनल टीम गोल्ड 1952 हॉकि
खाशाबा दादासाहेब जाधव कास्य 1952 रेस्लिंग
नेशनल टीम गोल्ड 1956 हॉकि
नेशनल टीम सिल्वर 1960 हॉकि
नेशनल टीम गोल्ड 1964 हॉकि
नेशनल टीम कास्य 1968 हॉकि
नेशनल टीम कास्य 1972 हॉकि
नेशनल टीम गोल्ड 1980 हॉकि
लिंडर पेस कास्य 1996 टैनिस
कर्णम मल्लेश्वरी कास्य 2000 वेट लिफ्टिंग
राज्यवर्धन सिंह राठोर सिल्वर 2004 शूटिंग
अभिनव बिंद्रा गोल्ड 2008 शूटिंग
विजेंद्र सिंह कास्य 2008 बॉक्सिंग
सुशील कुमार कास्य 2012 रेस्लिंग
गगन नारंग कास्य 2012 शूटिंग
विजय कुमार सिल्वर 2012 शूटिंग
साइना नेहवाल कास्य 2012 बैडमिंटन
मेरी कॉम कास्य 2012 बॉक्सिंग
योगेश्वर दत्त कास्य 2012 रेस्लिंग
सुशील कुमार सिल्वर 2012 रेस्लिंग
पीवी सिन्धु सिल्वर 2016 बैडमिंटन
साक्षी मलिक कांस्य 2016 रेसलिंग
मीराबाई चानू सिल्वर 2021 वेट लिफ्टिंग
लवलीना बोरगोहेन   2021 मुक्केबाजी

ओलंपिक के बारे में सुविचार (Quotes)

1. मैं कड़ी मेहनत करता हूं और मैं अच्छा करता हूं

और मैं खुद का आनंद लेने जा रहा हूं

मैं तुम्हें मुझे प्रतिबंधित नहीं करने दूंगा

उसैन बोल्ट, स्वर्ण पदक ट्रैक और फील्ड एथलीट

2. कभी छोड़ना नहीं, कभी हार मत मानो

-गैबी डगलस, स्वर्ण पदक जिमनास्ट

3. सोना कभी मत खरीदो,

बस कमाओ – मैरी कोम

4. जो जोखिम लेने के लिए पर्याप्त साहसी नहीं है वह जीवन में कुछ

भी हासिल नहीं करेगा, — मुहम्मद अली, स्वर्ण पदक मुक्केबाज

5. बिना डर

के हम बहादुर नहीं

हो सकते, – योगेश्वर दत्त

हमने अपने इस आर्टिक्ल में ओलंपिक खेल से संबन्धित अधिकतर जानकारी एकत्रित करने की कोशिश की है, ताकि आप जब भी इन खेलों को देखे इसके बारे में आपकी रुचि और अधिक बढ़ जाए. इस आर्टिक्ल में शामिल भारतीय खिलाड़ियों के नाम आपकों खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे.

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FAQ

Q : ओलंपिक 2021 की थीम क्या है ?

Ans : ओलंपिक की थीम को कोरोना को ध्यान में रखते हुए रखी गई है, स्वस्थ रहें मजबूत रहें।

Q : ओलंपिक रिंग में कितने छल्ले होते हैं ?

Ans : इसमें पांच छल्ले होते हैं नीले, पीले, काले, हरे और लाल।

Q : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस कब मनाया जाता है ?

Ans : 23 जून को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस मनाया जाता है।

Q : 2021 में किस भारतीय खिलाड़ी ने सिल्वर पदक जीता ?

Ans : मीराबाई चानू जिन्होंने वेट लिफ्टिंग में जीता सिल्वर।

Q : पहला ओलंपिक कब हुआ ?

Ans : पहला ओलंपिक 6 अप्रैल 1896 में हुआ।

Q : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति स्थापना दिवस कब होता है ?

Ans : 23 जून 1894 को ओलंपिक समिति स्थापना दिवस होता है।

Q : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के वर्तमान अध्यक्ष कौन है ?

Ans : थोमस बाच

Q : 2021 में ओलंपिक खेल कहां हो रहे हैं ?

Ans : टोक्यो

Q : भारत ने प्रथम ओलंपिक स्वर्ण कब जीता ?

Ans : 1928 में एम्स्टर्डम में जीता।

Q : ओलंपिक चिन्ह क्या है ?

Ans : ओलंपिक में बना चिन्ह 5 महाद्वीपों को दर्शाते हैं।

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Sneha
स्नेहा ने पुणे से एमबीए किया हुआ है. दैनिक भास्कर में कुछ समय काम करने के बाद इन्होने दीपावली के लिए फाइनेंस से जुड़े अलग-अलग विषय में लिखना शुरू किया. इसके अलावा इन्हें देश दुनिया के बारे नयी-नयी जानकारी लिखना पसंद है.

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