Top 5 This Week

spot_img

Related Posts

खुद को ज्ञानी मानने वाला सबसे बड़ा अज्ञानी हैं

खुद को ज्ञानी मानने वाला सबसे बड़ा अज्ञानी हैं

पुराने वक्त में कबूतर झाड़ियों में अंडे देते थे लेकिन वह अंडे सुरक्षित नहीं थे उन्हें अन्य प्राणी खा जाते थे | तब कबूतरों ने चिड़ियों से परामर्श लिया और उन्हें घोंसला बनाने की सलाह दी |  कबूतरों ने चिड़ियों से आग्रह किया कि वे ही उन्हें  घोंसला बनाना सिखाएं |

अगले दिन चिड़ियाँ कबूतरों को घोंसला बनाना सिखाने आई उन्होंने घोंसला बनाना शुरु किया थोड़ी देर में ही कबूतर बोले – अरे यह काम तो बहुत आसान हैं अब हम बना लेंगे | चिड़ियों को वापस जाने को कहा | फिर कबूतरों ने घोंसला बनाना शुरु किया पर वे नहीं कर पाए | कबूतरों ने फिर से चिड़ियों को बुलावा भेजा | चिड़ियों ने आकर फिर से घोसला बनाना सिखाया पर आधा ही बनाया थी कि उन्हें फिर रोक दिया और कहा कि इतना तो वह जानते ही हैं अब बना लेंगे | चिड़ियाँ फिर वापस चली गई | कबूतरों ने फिर कोशिश की पर घोंसला नहीं बना पाए|

Deepak

कबूतर फिर से चिड़ियों के पास गए पर इस बार चिड़ियों ने आने को मना कर दिया और कहा “जिसे यह लगता हैं कि उसे सब कुछ आता हैं उसे कोई कुछ नहीं सिखा सकता |”

घमंडी कबूतर आज तक घोसला बनाना नहीं सीख पाए |

Moral Of The Story:

किसी से कुछ भी सीखने के लिए अपने अन्दर के घमंड को मिटाना जरुरी हैं | अगर पहले से ज्ञानी बनकर ज्ञान प्राप्त करने जायेंगे तब कुछ सीख नहीं पाएंगे |

“घड़े में पानी भरने के लिए उसमे पर्याप्त जगह का होना जरुरी हैं, भरे हुए घड़े में पानी डालेंगे तो वह बाहर ही गिरेगा| ”

अन्य हिंदी कहानियाँ एवम प्रेरणादायक प्रसंग के लिए चेक करे हमारा मास्टर पेज

Hindi Kahani

Karnika
कर्णिका दीपावली की एडिटर हैं इनकी रूचि हिंदी भाषा में हैं| यह दीपावली के लिए बहुत से विषयों पर लिखती हैं | यह दीपावली की SEO एक्सपर्ट हैं,इनके प्रयासों के कारण दीपावली एक सफल हिंदी वेबसाइट बनी हैं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Articles