दिल्ली सरकार का धुंध से निपटने के लिए नया यन्त्र | Kya hai Anti Smog Gun (Kya yeh delhi ka pollution kam kar payega? (Kya hai Anti Smug Gun in Hindi?)
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण यहां पर रह रहे लोगों को काफी दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है. इतना ही नहीं हर साल दिल्ली के प्रदूषण में वृद्धि होती जा रही है. वहीं देश की राजधानी की इस समस्या को हाल करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए जा रहे हैं और इन्हीं कदम में से एक कदम एंटी स्मोम गन है. आखिर क्या है ये एंटी स्मोग गन और किस तरह से ये प्रदूषण को खत्म करने का कारगर है, इसके बारे में आज हम आपको बताएंगे.
दिल्ली सरकार का धुंध से निपटने के लिए नया यन्त्र | Delhi government tests anti-smog gun
दिल्ली सरकार ने अभी हाल में ही यानि 20 दिसंबर सन् 2017 बुधवार को धुंध (स्मोग) को मिटाने के लिए एक नया रास्ता खोज निकाला है, जिसका नाम धुंध विरोधी बन्दूक (एंटी स्मोग गन) बताया जा रहा है. इस बन्दूक या गन से दिल्ली सरकार भारत की राजधानी में होने वाले प्रदूषण को काम करना चाहती है. दिल्ली सरकार ने इसको सबसे पहले आनंद विहार आईएसबीटी में परिक्षण किया है.
सूत्रों के मुताबिक पर्यावरण सचिव अनिल कुमार ने प्रदूषण से निपटने के लिए मंगलवार को पर्यावरण सम्बन्धी बैठक का आयोजन किया था, जिसमें लेफिनेंट गवर्नर अनिल बैजल भी मौजूद थे. इतना ही नहीं इस सभा में पर्यावरण नियंत्रण से जुड़ी संस्थाओं एवं पर्यावरण के सुधार में लगी एजेंसियों को भी बुलाया गया था. जिसके बाद आज 20 दिसंबर को इसका परिक्षण किया गया है. इस बैठक में लेफ्टिनेंट गवर्नर द्वारा ठोस कचरे का भी सही से इंतजाम करने की सलाह दी गई. इसकी समीक्षा को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने मिलकर इस नयी तकनीकी के इस्तेमाल करने हेतु दिल्ली सचिवालय में बैठक की.
धुंध विरोधी बन्दूक क्या है | What is Anti-smog gun
पर्यावरण को मिटाने वाले इस उपकरण की तकनीकी काफी साधारण बताई जा रही है जो कि समझने में काफी सरल है. वायुमंडल में मौजूद धूल, मिट्टी और धुएं के कणों के कारण ही स्मोग या धुंध दिखाई देती है साथ ही ये प्रदूषण होने का कारण भी है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए, इस मशीन को बनाया गया है. इसमें एक पानी के कणों का छिड़काव करने वाली गन लगी होती है, जिसको एक पानी के टैंकर से जोड़ दिया जाता है. फिर इसको एक चलित वाहन में रख लिया जाता है, जिससे इस सिस्टम को पूरे शहर में आसानी से ले जाया सके. चीन के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली जल तोपों से प्रेरित होकर ही इस धुंध विरोधी बन्दूक का निर्माण किय गया है, इसके इस्तेमाल से सड़क की धूल, साधनों से फैलने वाले प्रदूषण एवं उद्योगों के प्रदूषण को भी समाप्त किया जा सकेगा.
धुंध विरोधी बन्दूक की क्षमता Anti-smog gun capacity
इसकी क्षमता के बारे में बात करें तो इससे 30 मीटर के आस-पास की ऊंचाई तक पानी फेका जा सकता है. इसको पहली बार चीन में आजमाया गया था, इतना ही नहीं इसकी क्षमता को 30 मीटर से लेकर 100 मीटर तक आसानी से बढ़ाया जा सकता है.
निष्कर्ष
दिल्ली आए दिन गैस के चैंबर में तब्दील होती जा रही हैं जिससे यहां के लोगों को सांस से जुड़ी कई सारी बीमारियां हो रही है. वहीं एंटी स्मोग गन के परीक्षण से अगर दिल्ली के प्रदूषण पर काबू पाया जाता है तो ये यहां के लोगों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं होगा. हालांकि प्रदूषण को कम करने के लिए ओर भी कई फैसले दिल्ली सरकार द्वारा लिए गए हैं मगर वो प्रदूषण को नियंत्रण करने में इतने सफल साबित नहीं हुए हैं.
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