Aahat Sony TV old Serial in hindi डर सबको लगता है. हैरत तब होती जब डर हमें ऐसी चीज़ों से लगता है जिसका अस्तित्व शायद हो भी न. कभी- कभी हमारे साथ ऐसी घटनाएँ घाट जाती हैं, जिसका कोई पहलु समझ नहीं आता. ज़हन में उस घटना का खौफ़ ज़िन्दगी भर परेशान करता है और हम ये मनाते हैं कि ऐसी घटना किसी और के साथ न घटे. ‘आहट’ ऐसा ही घटनाओं से प्रेरित सीरियल था, जिसे देख कर एक अच्छा- खासा आदमी डर जाता था. ये 90 के दशक में सबसे डरावन हॉरर टीवी शो था, जिसकी मिसाल आज भी दी जाती है. इस शो में अभिनय दुनिया के कई मशहूर नाम जुड़े थे. थिएटर किंग टॉम अल्टर, ओमपुरी, आशुतोष राणा, वीरेंदर सक्सेना आदि मंझे हुए अभिनेताओं ने इस शो का मान बढाया. दुनिया में अनगिनत ऐसे रहस्य हैं, जिसे समझ पाना आम आदमी के बस की बात नहीं होती. एक आम आदमी बस उन रहस्यों का शिकार हो सकता है. इंडियन टेली अवार्ड 2002 में इस शो को बेस्ट हॉरर/ थ्रिलर शो के लिए नामित किया गया था. इस शो में विसुअल इफ़ेक्ट देने के लिए सुजीत पटनायक और तन्मय घोष को इंडियन टेलीविज़न अकादमी अवार्ड से नवाज़ा गया.. पकिस्तान में ये शो ‘एप्लस एंटरटेनमेंट’ चैनल पर दिखाया गया.
आहट – खौफ़ का नाम ओल्ड टीवी सीरियल
Aahat Sony TV Old Serial in hindi
आहट सीरियल का विवरण (Aahat All Season Information)
आहट सीरियल के कुल 6 सीजन आये. हालाँकि उस दौर में ये सीरियल सिर्फ क्राइम थ्रीलर वाली कहानियों पर ध्यान दे रहा था, जिसमे कुछ जगहों पर अलौकिक और अति प्राकृत चीज़ों को दिखाया गया. इसके पहले सीजन में दिखाई जा रही कहानियाँ बहुत ही मक़बूल होती गयी. लोग इसे पसंद करने लगे. पहले सीजन के बाद इसके बाक़ी सीजनों में सीरियल में सिर्फ अलौकिक घटनाओं पर ध्यान दिया जाने लगा. दरअसल आहट सीरियल को टीआरपी उसके इसी खासियत के लिए मिली. इसका पहला, दूसरा और पाँचवा सीजन आधे घंटे का होता था, वहीँ तीसरा, चौथा और छठवाँ सीजन एक घंटे का था.
- सीजन 1 : शुरूआती दौर में आहट सस्पेंस थ्रिलर हुआ करता था. इस समय एक कहानी को दो एपिसोड्स में बांट कर दिखाया जाता था. लगभग ऐसी 40 कहानियों के बाद एक अलौकिक एपिसोड बनाया गया, जिसे सबसे ज्यादा सराहा गया और इस अलौकिक एपिसोड से आहट को नयी पहचान मिली. इस कहानियों से आहात देखने वालों की संख्या में काफ़ी बढ़त हुई. 1995 से 2001 तक चलने वाली इस कहानी में कुल 287 एपिसोड्स थे. किसी भी सीरियल का इतने लम्बे समय तक चलना देख कर उसकी सफलता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
- सीजन 2 : पहले सीजन के ख़त्म हो जाने पर भी दर्शकों का मन भरा नहीं था. पहले सीरियल की टीआरपी को देखते हुए निर्माताओं ने दुसरे सीजन लाने का निर्णय किया. ये 2004 – 2005 में मंज़रे-आम पर आया. चूँकि दूसरी बार भी पहली बार की ही तरह कहानियाँ दिखाई गयी और कुछ भी नयापन नहीं जोड़ा गया. इस वजह से इसकी टीआरपी बहुत कम हो गई.
- सीजन 3 : तीसरी बार आहट 2007 में “आहट : डर की तीसरी दस्तक” के नाम से आया. तीसरी बार एक ही एपिसोड में पूरी कहानी को दिखने की पालिसी अपनाई गयी. इस बार भी ये सीरियल कुछ ख़ास नहीं कर पाया. इस कारण सीरियल को बहुत जल्द बंद कर दिया गया..
- सीजन 4 : 2009 – 2010 में आये इस सीजन में एक विशेष तरह के फ्रेम में कहानियों को डाला गया. इसमें एक सुपरनेचुरल और परानार्मल एक्टिविटी रिसर्च का हेड, जिसका नाम दुर्जन था, वह अपनी शक्तियों के लिए आत्माओं से शक्तियां लेता था, इसकी खोज में हर्ष, राघव और यामिनी एडवेंचर पर जाया करते थे, जिनकी कहानियाँ घटनाये हर हफ्ते दिखाई जाती थीं. ये सीजन लोगों के बीच ख़ूब पसंद किया गया और इसे एक हिट शो माना गया.
- सीजन 5 : सीजन 4 में एक बड़ी हिट होने के बाद सोनी टीवी ने इसे सप्ताह में चार दिन चलाने का निर्णय किया. इस बार चार दिन में दो कहानियाँ दिखाई जाती थी. एक कहानी को दो एपिसोड्स में बाँट दिया जाता था. इस दौरान 15 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर “मौत का खेल” के नाम से 16 एपिसोड्स दिखाए गये. ये 20 सितम्बर 2010 से दिखाना चालु किया गया. इस सीजन में कई अभिनय मंच के कई बड़े नाम जुड़े हुए थे, जिनमे रौशनी चोपड़ा, आशका गोराडिया, विवान भातेना, गौतम रोड़े, केतकी दावे, तनाज़ ईरानी, संजीत बेदी, शाहबाज़ खान, बख्तियार इरानी आदि थे, जो कहानी के अंतर्गत एक 200 साल पुराने होंटेड घर में रहते हैं.
- सीजन 6 : आखिरी सीजन 18 फरवरी 2015 से मंज़रे- आम पर आना शुरू हुआ. शुरूआती दौर में यह सप्ताह में 2 दिन दिखाया जाता था, इस दौरान शो को काफ़ी टीआरपी मिली. शो की बढ़ती टीआरपी को देख प्रोडक्शन कंपनी वालों ने इसे 4 दिन दिखाने का निर्णय ले लिया. इस फैसले का शो पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और इसकी टीआरपी नीचे आ गयी. 4 अगस्त 2015 को ये शो बंद कर दिया गया.
आहट सीरियल की कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ: (Aahat serial details)
शो का नाम | आहट |
विषय | हॉरर/ थ्रिलर |
रचनाकार | बी. पी. सिंह |
लेखक | यश और सीमा |
निर्देशक | बी.पी. सिंह, सिबा मिश्रा, ईश्वर सिंह, नितेश सिंह |
क्रिएटिव निर्देशक | क्राइस्टाबल्ल डी’ सूजा |
भाषा | हिंदी |
सीजन की संख्या | 06 |
एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर | चन्दन राजपूत, राजेंद्र बी. पाटिल |
प्रोडूसर | बी. पी. सिंह, प्रदीप उप्पूर |
लोकेशन | मुंबई ,भारत |
सिनेमेटोग्राफी | नीलाभ कॉल, जे एस मंगल, मधु एस राव |
एडिटर | गौरव मेश्राम |
रनिंग टाइम | लगभग ४२ मिनट्स |
बैनर | फायरवर्क्स प्रोडक्शन |
वितरक | सोनी पिक्चर नेटवर्क |
नेटवर्क | सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न इंडिया, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न एशिया |
पिक्चर फॉर्मेट | 480i (SDTV), 1080i (HDTV) |
पहला एपिसोड | 12 अक्टूबर 1995 |
आखिरी एपिसोड | 4 अगस्त 2015 |
भारत में बने हॉरर शोज़ में आहट की अपनी अलग पहचान है. आहट से प्रभावित होकर कई बैनरों ने ऐसी अलौकिक कथाओं पर भूतों- प्रेतों की कहानी वाला सीरियल बनाया, लेकिन किसी का भी स्तर आहट सीजन -1 की तरह नहीं बन पाया. भूत-प्रेतों की बातें होने पर आहट का नाम आज भी लोगों के होंठ पर अनायास ही आ जाता है. हालाँकि इस शो के २० साल हो चुके हैं, फिर भी लोग इसे यूट्यूब पर समय मिलने पर अवश्य देखते हैं. डर को हर तरह से परिभाषित करने में कामयाब इस शो के दीवाने इसके नये सीजन के इंतज़ार में बैठे हुए हैं.
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