एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का जीवन परिचय, शिक्षा, मिलिट्री, राजनीति, मृत्यु कब हुई, अवार्ड (Air Chief Marshal Arjan Singh Biography in Hindi) (Family, Military, Birth, Death, Award)
भारत की वायु सेना यहाँ के सैन्य शक्ति में एक अलग महत्व रखती है. इस सैन्य शक्ति का प्रयोग भारत में कई रूप से किया जाता है. श्री अर्जन सिंह ने इन सैन्य बल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. इन्होने वायु सेना के कई विशेष पदों पर कार्य किया है.

एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का परिचय (Air Chief Marshal Arjan Singh Introduction)
नाम | अर्जन सिंह |
जन्म | 15 अप्रैल सन 1919 |
जन्म स्थान | ल्यालपुर, पंजाब |
पिता का नाम | किशन सिंह |
पत्नी का नाम | तेजी सिंह |
कार्य | भारतीय वायु सेना में एयर चीफ मार्शल पद से रिटायर |
क़द | 170 सेमी |
वजन | 70 किलोग्राम |
मृत्यु | 16 सितम्बर 2017 |
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह आरंभिक जीवन (Arjan Singh Early Life)
इसका जन्म पंजाब के ल्यालपुर में हुआ था जोकि तात्कालिक समय में पाकिस्तान के फैसलाबाद ने रूप में जाना जाता है. इनका जन्म एक जाट सिख परिवार के औलाख गोत्र में हुआ था. इनके पिता ने रिसालदार के रूप में कार्य करते हुए नौकरी से अवकाश प्राप्त किया. इनके दादा ने भी वर्ष 1883 से 1917 के दौरान रिसालदार मेजर के रूप में कार्य किया था. इस तरह इनके परिवार के अधिकांश लोग सैन्य कार्यों में कार्यरत थे.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह की शिक्षा (Arjan Singh Education)
इनकी शिक्षा दीक्षा मोंटगोमेरी से हुई. इसके बाद इन्होने RAF कॉलेज करानेवाल से वर्ष 1938 से पढाई की. इसके बाद वर्ष 1939 के दिसम्बर में इनकी नियुक्ति पायलट ऑफिसर के तौर पर हुई.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का व्यक्तिगत जीवन (Arjan Singh Personal Life)
अर्जन सिंह का विवाह वर्ष 1948 में तेजी सिंह के साथ हुआ. इनका विवाह पूरी तरह से भारतीय परम्पराओं के साथ हुआ था. इन्होंने एक साथ लगभग 63 वर्ष की ज़िन्दगी गुजारी. इस विवाह से इन्हें एक पुत्र अरविन्द और एक पुत्री आशा प्राप्त हुई. अभिनेत्री मंदिरा बेदी इन्ही के परिवार से त’अल्लुक़ रखती हैं.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह मिलिट्री करियर (Air Chief Marshal Arjan Singh Military Career)
वर्ष 1939 में पहली बार इन्होने सैन्य बल के अन्दर क़दम रखा और पायलट ऑफिसर के रूप में नियुक्त हुए. इसके बाद इनका कार्य भार बदल कर कमांडर के रूप में किया गया. वर्ष 1944 में अरकान कैंपेन के दौरान ये भी भारतीय वायु सेना के रूप में कार्यरत थे. इस मोर्चे पर अच्छा कार्य करने पर इन्हें ब्रिटेन सरकार की तरफ से DFC प्राप्त हुआ था.
फरवरी 1945 में इन्हें एक कोर्ट मार्शल का सामना करना पडा था. इस समय इनपर एक प्रशिक्षण लेते हुए पायलेट की ट्रेनिंग के दौरान ‘लो लेवल एयर पास’ जारी करने का आरोप लगा था. हलांकि इन्होने अपनी सफाई में यह बताया कि ऐसी चीज़ों से निपटने के लिए पायलट को फाइटर प्लेन उड़ाते हुए सीखने की आवश्यकता होती है. 15 अगस्त 1947 में भारत के आज़ादी के समय इनका पोस्ट एक ग्रुप कैप्टन का था. हवाई जहाज कैसे उड़ता है यहाँ पढ़ें.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह विभिन्न गौरवशाली पद पर (Arjan Singh Glorious Post)
इन्होने भारतीय वायु सेना के कई पदों पर कार्य किया. यह अब तक के एक मात्र एयर स्टाफ चीफ हैं, जिन्होंने लगातार 5 वर्षो तक इस पद के लिए कार्य किया. जबकि आम तौर पर ये पद ढाई से तीन वर्ष का होता है. इसके अलावा ये पहले ऑफिसर ऐसे हुए जिन्हें एयर मार्शल से एयर चीफ मार्शल का पद प्राप्त हुआ. इन्हें यह पद वर्ष 1965 में होने वाले युद्ध में इनके योगदान के लिए दिया गया.,
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का राजनैतिक करियर (Arjan Singh Politician)
वर्ष 1970 में इन्हें अपने कार्यभार से अवकाश प्राप्त हुआ इसके बाद इन्हे भारत सरकार ने वर्ष 1971 में स्विट्ज़रलैंड में भारतीय राजदूत बना कर भेजा गया. इसके बाद वर्ष 1974- 77 के बीच इन्हें केन्या के लिए भारत का हाई कमिश्नर नियुक्त किया गया. इसके बाद वर्ष 1975 से 1981 के दौरान इन्होने भारत सरकार के अंतर्गत ‘नेशनल कमिश्नर फॉर माइनॉरिटी’ के लिए कार्य किया. ये वर्ष 1989-90 के दौरान दिल्ली के एलजी औए इसके बाद वर्ष 2002 में मार्शल ऑफ़ एयर फोर्स भी रहे थे.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह की मृत्यु (Arjan Singh Death)
अर्जन सिंह की मृत्यु 98 वर्ष की आयु में हुई. इस आयु में भी ये अपने सभी दिनचर्या के कार्य ख़ुद करते थे और गोल्फ आदि भी खेलते थे., इनकी मृत्यु 16 सितम्बर 2017 को इनकी नयी दिल्ली के आवास में हुई. इनकी मृत्यु का मुख्य कारण इनका कार्डियक सम्बंधित बीमारी थी. इनके अंतिम संस्कार में देश के कई बड़े नेता और प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे. नरेंद्र मोदी जी का प्रधानमंत्री बनने तक का सफर यहाँ पढ़ें.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह के अवार्ड (Arjan Singh Awards)
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह को कई तरह के पुरस्कार प्राप्त थे. यहाँ पर इनके पुरस्कारों की सूची दी जा रही है.
- इंडिया सर्विस मैडल
- समर सेवा स्टार
- सैन्य सेवा मैडल
- भारत स्वाधीनता मैडल
- रक्षा मैडल
- बर्मा स्टार
- 1939-45 स्टार
- 1939-45 वार मैडल
- जनरल सर्विस मैडल 1947
- पद्म विभूषण
- DFC
एयर फोर्स स्टेशन अर्जन सिंह (Air Force Station Arjan Singh)
14 अप्रैल 2016 में इनके 97 वाँ जन्मदिन पर तात्कालिक चीफ ऑफ़ एयर स्टाफ एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने यह घोषणा की कि पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में एक एयरफोर्स बेस का निर्माण होगा. एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह के योगदानों और सेवाओं की वजह से इन एयरबेस का नाम इनके नाम पर ‘एयरफोर्स स्टेशन अर्जन सिंह’ रखा जाएगा.
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FAQ
Ans : भारत के पूर्व एयर चीफ मार्शल
Ans : 15 अप्रैल, 1919
Ans : 16 सितंबर, 2017 में
Ans : जी हां
Ans : भारत स्वाधीनता मैडल एवं पद्म विभूषण
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