पहलवान बजरंग पुनिया का जीवन परिचय, ताज़ा खबर, ओलिंपिक, ब्रोंज मैडल, कुश्ती, कौन है, शादी, जीवनी, बायोग्राफी, जाति, धर्म [Bajrang Punia Biography, Olympic in Hindi] (Match, Ranking, Education, Wife, Caste, Religion, Bronze Medal)
टोक्यो में चल रहे 2021 ओलंपिक में देश को हरियाणा (झज्जर) निवासी बजरंग पुनिया से काफी उम्मीदें हैं। हालही में बजरंग पुनिया टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल में पहुंचे थे, किन्तु वहां उनका प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा और वे टोक्यो ओलंपिक में फाइनल तक नहीं पहुँच सके. पर आपको ये जानकर ख़ुशी होगी कि बजरंग पुनिया ने भले ही सेमीफाइनल में हार का सामना किया था. किन्तु ब्रोंज मैडल मुकाबले में इन्होने 8-0 से जीत हासिल कर कांस्य यानि कि ब्रोंज मैडल अपने नाम कर लिया है. आपको बता दें कि एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले बजरंग पुनिया वेट कैटेगरी में वर्ल्ड के नंबर वन पहलवान माने जाते हैं।

बजरंग पुनिया का जीवन परिचय (Bajrang Punia Biography)
बजरंग पुनिया का जन्म, जाति एवं परिवार
पूरा नाम | बजरंग पुनिया |
निक नेम | बजरंग |
प्रोफेशन | फ्री स्टाइल रेसलर |
जन्मतिथि | 26 फरवरी 1994 |
उम्र | 27 साल |
जन्म स्थान | खुदान गाँव, झज्जर हरियाणा |
पिता का नाम | बलवान सिंह पूनिया |
माता का नाम | ओमप्यारी पूनिया |
शौक | बास्केट बॉल खेलना, फुटबॉल खेलना और रिवर राफ्टिंग |
होमटाउन | हरियाणा |
धर्म | हिंदू |
जाति | जाट |
कोच का नाम | एम्जारियास बेन्टिनिडी |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
बालों का रंग | काला |
आंखों का रंग | काला |
हाइट | 1.66 m |
वजन | 65 किलोग्राम |
शादी | 25 नवंबर, 2020 |
पत्नी | संगीता फोगाट |
पहलवान बजरंग पुनिया का जन्म सन 1994 में 26 फरवरी को भारत देश के हरियाणा राज्य के झज्जर जिले के खुदन गांव में जाट परिवार में हुआ था। बजरंग पुनिया की माता का नाम ओम प्यारी है तथा इनके पिता का नाम बलवान सिंह पुनिया है। बता दें बजरंग पुनिया के पिताजी भी एक पेशेवर पहलवान है। इनका एक भाई भी है जिनका नाम हरेंद्र पुनिया है और वह भी पहलवानी करते हैं।
बजरंग पुनिया शादी एवं पत्नी
बजरंग पुनिया ने पिछले साल 25 नवंबर 2020 को संगीता फोगाट के साथ शादी की है. लॉकडाउन की वजह से 21 बारातियों के साथ वे अपनी दुलहन लेने पहुंचे थे. और पूरी रस्मों रिवाज के साथ इनकी शादी हुई.
बजरंग पुनिया धर्म और नागरिकता
पहलवान बजरंग पुनिया हिंदू धर्म के जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं तथा यह भारतीय नागरिकता रखते हैं।
बजरंग पुनिया शिक्षा
पहलवान बजरंग पुनिया ने अपनी प्राइमरी एजुकेशन अपने गांव के विद्यालय से ही पूरी की है। इन्होंने सिर्फ 7 साल की उम्र में ही कुश्ती खेलना चालू कर दिया था, जिसमें इन्हें इनके पिता का काफी सहयोग भी प्राप्त हुआ था। बजरंग पुनिया ने अपनी ग्रेजुएशन महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से पूरा किया है। इसके साथ ही इन्होंने इंडियन रेलवे में टिकट चेकर का भी काम किया है। बजरंग पुनिया के कोच का नाम योगेश्वर दत्त है।
बजरंग पुनिया पुरस्कार
- कुश्ती पहलवान बजरंग पुनिया को साल 2015 में भारत सरकार की तरफ से अर्जुन अवार्ड दिया गया था।
- बजरंग पुनिया को साल 2019 में सेंट्रल गवर्नमेंट की तरफ से पद्मश्री पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
- साल 2019 में ही 29 अगस्त को बजरंग पुनिया को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड दिया गया था।
- बजरंग पुनिया को साल 2013 में डेव स्चुल्ज़ मेमोरियल टूर्नामेंट मे सिल्वर पुरस्कार और साल 2015 में डेव स्चुल्ज़ मेमोरियल टूर्नामेंट मे फिर से सिल्वर का पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
बजरंग पुनिया का करियर
साल 2013 में एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में बजरंग पुनिया ने पार्टिसिपेट किया था। यह चैंपियनशिप दिल्ली में हुई थी, इसमें बजरंग पुनिया सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल हुए थे, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद साल 2013 में ही वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप बुद्धा पेस्ट, हंगरी में बजरंग पुनिया ने 60 किलोग्राम वर्ग की कैटेगरी में अपने नाम कांस्य पदक हासिल किया था। इसके बाद आगे बढ़ते हुए साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेल, ग्लास्गो जो कि स्कॉटलैंड में आयोजित हुआ था,वहां पर 61 किलोग्राम वर्ग की कैटेगरी में बजरंग पुनिया ने गोल्ड मेडल हासिल किया था।
साल वर्ष दक्षिण कोरिया में आयोजित हुए एशियाई खेल में बजरंग पुनिया ने फिर से अपने नाम गोल्ड मेडल प्राप्त किया था, वहीं साल 2017 में दिल्ली में आयोजित हुए एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में बजरंग पूनिया ने एक बार फिर से गोल्ड मेडल पर हाथ साफ किया था। इसके बाद आगे बढ़ते हुए साल 2018 में राष्ट्रमंडल खेल में फिर से बजरंग पुनिया ने गोल्ड मेडल जीता। और इसी वर्ष 2021 में ही बजरंग पुनिया ने एक बार फिर से एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। इस प्रकार पहलवान बजरंग पूनिया ने अभी तक 3 ब्रॉन्ज मेडल, 4 सिल्वर मेडल और 5 गोल्ड मेडल अलग-अलग गेम्स में जीते हैं।
बजरंग पूनिया Tokyo Olympic 2020
बजरंग पुनिया ने 65 किलोग्राम केटेगरी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टोक्यो ओलंपिक में खुद को क्वालीफाई किया. और सेमीफाइनल तक पहुंचे. सेमी फाइनल में इनकी हार हुई, किन्तु इसके बाद इनका मैच कांस्य पदक के लिए हुआ. जिसमें इन्होने 8-0 से जीत हासिल की. और कांस्य पदक अपने नाम कर लिया. और भारत को गौरवान्वित कर दिया है.
बजरंग पूनिया की मनपसंद चीजे
बजरंग पुनिया को खेलों में बास्केट बॉल खेलना, फुटबॉल खेलना और रिवर राफ्टिंग करना अच्छा लगता है।इनका मनपसंद भोजन चूरमा है। कप्तान चंद्रुप्त और योगेश्वर दत्त बजरंग पुनिया के पसंदीदा पहलवान रहे हैं।
बजरंग पुनिया Common Wealth Game 2022
भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया ने कॉमन वैल्थ गेम 2022 में मेन्स 65kg वर्ग के फाइनल मैं कनाडा के लचलान मेकनीला को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया। यह भारत के लिए बहुत ही गर्भ की बात है।
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FAQ
Ans : भारतीय रेसलर
Ans : 27 साल
Ans : एम्जारियास बेन्टिनिडी
Ans : जाट, हिन्दू
Ans : कांस्य पदक.
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