साइरस पूनावाला का जीवन परिचय (सीरम इंस्टिट्यूट मालिक )| Cyrus Poonawalla Biography in Hindi

सीरम इंस्टिट्यूट के मालिक साइरस पूनावाला का जीवन परिचय, जन्म, उम्र, परिवार, पत्नी, धर्म, शिक्षा, नेटवर्थ, कोरोना वैक्सीन [Cyrus S. Poonawalla Biography in Hindi] (Birth, Age, Education, Family, Wife, Son, Religion, Caste, Business, Serum Institute of India, Net worth 2021, Covid 19 Vaccine Manufacturing)

साइरस पूनावाला यह नाम अक्षर फ़ोर्ब्स की लिस्ट में हमें नजर आ जायेगा, यह भारत के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति की लिस्ट में रह चुके हैं. आज साइरस काफी अमीर और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के मालिक है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उनका हर एक काम फ्लॉप हो रहा था. लेकिन उन्होंने अपने जीवन में हार नहीं मानी, आज यहाँ हम साइरस पूनावाला के जीवन के बारें में बताने वाले है. इसमें आप जानेंगे की कैसे एक व्यक्ति घोड़ों की रेस लगाते-लगाते भारत की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माण कंपनी का मालिक बन गया –

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सीरम इंस्टिट्यूट के मालिक साइरस पूनावाला का जीवन परिचय

साइरस पूनावाला का जन्म, उम्र, धर्म, जाति, परिचय (Birth, Age, Religion, Caste, Introduction)  

नाम (Full Name) साइरस एस. पूनावाला
जन्म तारीख (Birth) सन् 1941
जन्मस्थान (Birth Place) पुणे, भारत
उम्र (Age) 80 साल
इंस्टीट्यूट (Institute) सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया 
उपलब्धि कॉविड वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग
स्थापना 1966
व्यवसाय  (Business) औषधि निर्माण, वैक्सीन निर्माण, टिका
अवोर्ड्स (Awards) 2005 – पद्मश्री, लाइफटाइम अचीवमेंट अवोर्ड, दुनिया के 100वें अमीर व्यक्ति, भारत के चौथे अमीर व्यक्ति इत्यादि.
नेटवर्थ (Net worth) 295 मिलियन डॉलर
धर्म (Religion) पारसी

सन् 1941 को पुणे के रहने वाले एक फ़ारसी परिवार में साइरस पूनावाला का जन्म हुआ, साइरस पूनावाला के पिता सोली ए. पूनावाला और माता गुल पूनावाला उस समय घोड़ों का व्यापार करते थे. साइरस के जन्म के बाद इनके पिता ने इन्हें किसी तरह की कोई कमी नहीं आने दी, वे इन्हें पढ़ाकर बहुत बड़ा आदमी बनाना चाहते थे. उनका यह सपना आज पूरा भी हुआ है, आज साइरस को पूरी दुनिया जानती है.

साइरस पूनावाला पत्नी एवं परिवार (Wife, Family)  

पत्नी का नाम विल्लो पूनावाला
बेटे का नाम आदान पूनावाला
बहू का नाम नताशा पूनावाला
पिता का नाम सोली ए. पूनावाला
माता का नाम गुल पूनावाला

साइरस काफी खुशमिजाज किस्म के व्यक्ति है, एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा ‘मैं जब भी अपनी फैमिली के साथ होता हूँ बहुत खुश होता हूँ’. साइरस की पत्नी का नाम विल्लो पूनावाला था. उनका 2010 में निधन हो गया. अपनी पत्नी के देहांत के बाद साइरस काफी टूट गये है लेकिन उन्होंने लोगों की भलाई करना नहीं छोड़ा है. अपनी पत्नी के नाम पर उन्होंने एक फाउंडेशन बना रखा है जो गरीब देशो, गरीब लोगों एंव गरीबों को मुफ्त में टीकाकरण एंव रोग निवारक दवाएं प्रोवाइड करवाती है.

साइरस पूनावाला बेटा (Son)

साइरस पूनावाला की उम्र ज्यादा हो जाने के कारण उन्होंने अपनी कंपनी की सारी जिम्मेदारी अपने बेटे आदर पूनावाला के ऊपर डाल दी है. जिससे अब उनके बेटे आदर पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ के पद पर आसीन हो गए हैं. इनकी पत्नी का नाम नताशा पूनावाला है जोकि बेहद ग्लैमरस हैं.

साइरस पूनावाला की शिक्षा (Education)

स्कूल का नाम द बिशप स्कुल पुणे
कॉलेज का नाम बृहन महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स

साइरस पूनावाला के जीवन में पैसों की कमी नहीं थी वह अच्छी पढाई करने में सक्षम थे, उन्होंने अपनी शुरुआती पढाई द बिशप स्कूल पुणे से पूरी की और आगे कॉलेज की पढाई बृहन महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स से करने के बाद उन्होंने अपने घोड़ो व्यापार यानि स्टड फार्म आगे बढाने का विचार किया.

साइरस पूनावाला का व्यापार (Business)

जब साइरस की पढाई पूरी हुई तो उन्होंने अपने पिता के घोड़ों के व्यापार को आगे बढाने की सोची लेकिन वह जितनी तेजी से पैसा चाहते थे, उतनी तेजी से ना तो पैसा आ रहा था और ना ही उन्हें इस व्यापार में अपना फ्यूचर नजर आ रहा था. चूँकि उस टाइम घोड़ों की रेस का जमाना मानो खत्म सा होने लगा था. उन्होंने कार का बिज़नस करना शुरू किया और अपने दोस्त के साथ मिलकर 120 डॉलर में एक गाड़ी तैयार की लेकिन उनका यह प्लान भी फ़ैल हो गया था. साइरस को आगे बढना था और लोगों को कुछ ऐसा देना था जिससे लोगों की भी मदद हो और वह भी अच्छा पैसा कमा पाए.

घोड़ों के सीरम से दवा बनाने का आईडिया

साइरस को किसी ने बताया की घोड़ों के सीरम से दवा बनाई जाती है, ऐसे में उन्होंने अपने पास मौजूद घोड़ों के सीरम से दवा बनाने पर विचार किया, लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था की शुरुआत कैसे करें. उस समय महाराष्ट्र के हाफकीन इंस्टीट्यूट द्वारा वैक्सीन बनाई जाती थी लेकिन वह काफी महंगी थी. इसलिए साइरस ने सोचा क्यों ना वह सस्ती और अच्छी वैक्सीन बनाकर जरुरतमंदो तक पहुंचाए.

साइरस पूनावाला Serum Institute of India Company  

सन 1966 तक साइरस ने वैक्सीन की पूरी जानकारी जुटा ली थी, अब उन्हें अप्लाई करने का समय था. उन्होंने महाराष्ट्र के हाफकीन इंस्टीट्यूट से 10 साइंटिस्ट और डॉक्टर को हायर किया और उन्हें वैक्सीन निर्माण करना शुरू कर दिया. उस समय था वह बहुत नार्मल दवा का निर्माण किया करते थे. उन्होंने खूब मेहनत करी और पहली बार टिटनेस वैक्सीन का निर्माण किया. उनका प्रयोग सफल हुआ और उन्होंने वो खोज निकाला जिसकी बहुत ज्यादा भारत को और अन्य देश को जरूरत थी. सरकार ने भी साथ दिया और सरकारी अस्पतालों में इसे वितरण करने की उस समय की योजना सीरम इंस्टिट्यूट के लिए वक्त बदलने वाली साबित हुई.

साइरस पूनावाला टिटनेस वैक्सीन (Titnes Vaccine)

जब सीरम इंस्टीट्यूट ने टिटनेस का निर्माण किया उसके बाद तत्कालीन सरकार ने उनकी साइरस पूनावाला की मदद करी और देश-विदेश में टिटनेस को निर्यात करने की आजादी दी. उस समय इस वैक्सीन की बहुत अधिक जरूरत थी और इसी जरूरत को बहुत सस्ते दाम पर साइरस ने बनाकर देने का काम किया. उसके बाद उन्होंने – सांप के ज़हर को ख़त्म करने वाला टीका, डिप्थीरिया, टिटनस,डीपीटी के टीके, बीसीजी के टीके, मीज़ल्स, मंप और एमएमआर के टीके, रोटावायरस के टीके इत्यादि का निर्माण किया. आज सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया बच्चों की दवा बनाने वाली कंपनीयों में सबसे पहले नंबर पर आती है.

साइरस पूनावाला नेटवर्थ (Net Worth)

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया हर साल 295 मिलियन डॉलर का लाभ हमेशा कमाती है और Covid 19 के दौरान सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली कंपनी/इंस्टिट्यूट सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ही है. 

साइरस पूनावाला अवोर्ड्स एंव उपलब्धियां (Awards and Achivements)

अवोर्ड्स 2005 – पद्मश्री, लाइफटाइम अचीवमेंट अवोर्ड, दुनिया के 100वें अमीर व्यक्ति, भारत के चौथे अमीर व्यक्ति इत्यादि.

साइरस पूनावाला ने सस्ती वैक्सीन निर्माण करके देश और विदेश में अपना नाम बनाया है. अगर उनकी उपलब्धियों की बात करें तो 2005 में भारत का सर्वश्रेष्ट अवोर्ड पद्मश्री दिया गया. इसके अलावा लाइफटाइम अचीवमेंट अवोर्ड्स से भी सम्मानित किया गया है. विदेशों में इन्हें हमेशा ‘वैक्सीन किंग’ के नाम से जाना जाता है. उन्हें यह नाम बिल गेट्स ने दिया था, उसके बाद से आज तक लोग उन्हें वैक्सीन किंग के नाम से ही पहचानते है. इतना ही नहीं यह दुनिया के 100वें अमीर व्यक्ति भी है.

साइरस पूनावाला कॉविड वैक्सीन निर्माता (Covid 19 Vaccine)

आपको जानकर गर्व होगा की Covid 19 की वैक्सीन का निर्माण भी साइरस पूनावाला की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया है. कोविडशील्ड का निर्माण करके उन्होंने साबित कर दिया की वह भारत को किसी भी रोग से बचाने में सक्षम है. आज उन्होंने भारत सरकार और विदेशों में कोविडशील्ड प्राप्त करवाना भी शुरू कर दिया है. वाकई में साइरस पूनावाला एक महान व्यक्ति की श्रेणी में आते है. जिन्होंने देश की तरक्की के लिए इतना कुछ किया है, दुनिया को अनेक रोगों से लड़ने की शक्ति दी है.

हमने इस आर्टिकल में साइरस पूनावाला के जीवन के बारें में बताया है, उन्होंने कैसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की स्थापना करी एंव कैसे उन्होंने आज हमें किसी भी रोग से लड़ने की शक्ति दी. कभी-कभी सोचते हैं अगर यह ना होते तो हम आज से बहुत सालों पहले ही Covid जैसे गंभीर रोगों से जकड़े होते. हमें इनका आभार व्यक्त करना चाहिए की इन्होने सस्ते दाम पर हमें अनेक वैक्सीन प्रदान करवाई जिसकी मदद से आज हम अपना जीवन सही ढंग से यापन कर रहे हैं.

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FAQ

Q : साइरस पूनावाला कौन है ?

Ans : सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के मालिक.

Q : साइरस पूनावाला की कमाई कितनी है ?

Ans : 11.5 बिलियन यूएस डॉलर.

Q : साइरस पूनावाला का धर्म क्या है ?

Ans : पारसी.

Q : साइरस पूनावाला के बेटे कौन है ?

Ans : आदर पूनावाला (सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़इंडिया के सीईओ)

Q : साइरस पूनावाला अभी क्यों प्रसिद्ध हैं ?

Ans : कॉविड 19 वैक्सीन बनाने के कारण.

Q : साइरस पूनावाला की कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया कॉविड 19 की कौन सी वैक्सीन का निर्माण कर रही है ?

Ans : कोविशिल्ड

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