योगी सरकार ने श्रमिक भरण पोषण भत्ता योजना के तहत 1-1 हजार रुपये प्रति दिहाड़ी मजदूर एवं कन्स्ट्रकशन मजदूर को देने का फैसला किया (UP Shramik Bharan Poshan Bhatta Yojana in hindi to Daily Wage labourers)
पूरी दुनिया में कोविड 19 बीमारी जो कि कोरोना वायरस की वजह से हो रही है उसने अपना आतंक मचा रखा है जिसकी शुरुआत भारत में भी हो चुकी है. विकट परिस्थितियों को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बैठक की जिसमें उन्हें निर्देश दिए गए कि वह अपने-अपने राज्य में उचित कदम उठाएं और लोगों को इस बीमारी के प्रति सचेत करें. इसी दिशा में कार्यरत रहते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक योजना का शुभारंभ किया है जिसके अंतर्गत वे लोग जो कि रोजाना मेहनत के जरिए पैसा कमाते हैं यानी की दिहाड़ी मजदूर उन्हें सरकार की तरफ से 1000 रुपये दिए जाएंगे क्योंकि कोरोना वायरस के कारण सभी तरह के कार्य बंद कर दिए गए हैं. ऐसे में इन लोगों को जिंदगी बसर करने के लिए रोजाना मेहनताना मिलना बंद हो चुका है. इस तरह के लोगों के लिए कोरोना वायरस से ज्यादा बड़ी विपत्ति बिना काम के घर पर रहना है. इसी परेशानी का हल ढूंढते हुए उत्तरप्रदेश सरकार ने भरण पोषण भत्ता के तहत 1000 रुपये प्रति दिहाड़ी मजदूर एवं 1000 रुयपये कंस्ट्रक्शन मजदूर को देने का अहम फैसला किया है.
योजना | श्रमिक भरण पोषण भत्ता योजना |
किसने लॉंच की | यूपी सरकार द्वारा |
कब लॉंच की गई | 2020 |
लाभार्थी | दिहाड़ी मजदूर एवं कन्स्ट्रकशन मजदूर |
लाभ | 1000 रुपये प्रति मजदूर [ लगभग 15 लाख दिहाड़ी एवं 20 लाख कन्स्ट्रकशन मजदूर ] |
क्या हैं नई योजना –
यह एक आर्थिक सहयोग योजना हैं जो कि कोरोना वाइरस के कारण आने वाली परिशनियों से मजदूर वर्गो को सहायता देने के लिए उत्तर प्रदेश में शुरू की जा रही हैं.
योजना का उद्देश्य –
सरकार द्वारा इस कोरोना वाइरस को रोकने के लिए जनता से अपील की गई हैं कि वे घर में बंद हो जाए और जरूरत पड़ने पर भी बाहर निकले ऐसे में बहुत से काम जिनके जरिये मजदूर वर्ग कमाते हैं वे सभी स्थगित कर दिये गए हैं ऐसी स्थिती में उन लोगो के लिए दो वक्त की रोटी जुगाड़ना भी कठिन हो गया हैं. इस परेशानी को कम करने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया जा रहा हैं.
मुख्य लाभार्थी एवं पात्रता नियम
- योजना के भीतर दिहाड़ी मजदूरो एवं कन्स्ट्रकशन मजदूरों को लाभ मिलेगा. अनुमान लगाया जा रहा हैं कि प्रदेश में लगभग 35 लाख ऐसे मजदूर होंगे जिन्हे सरकार 1000 रुपये देगी.
- इस योजना का लाभ उन्ही मज़दूरो को मिलेगा जिन्होने श्रमिक विभाग में पंजीयन करवा रखा हो.
आवेदन प्रक्रिया
सरकार ने कहा है कि इसका लाभ सिर्फ पंजीकृत मजदूर को ही मिलेगा. तो मुख्यमंत्री जी ने सभी अधिकारीयों को आदेश दे दिया है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों के रजिस्टर बैंक अकाउंट में यह राशी ट्रान्सफर की जाये. इसके लिए कोई आवेदन नहीं हो रहा है, सरकार खुद डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर द्वारा लाभार्थी के अकाउंट में राशी डाल रही है.
अब तक 23 केस उत्तर प्रदेश में डिटेक्ट कर लिए गए हैं. इनकी संख्या ना बढ़े इसके लिए डबल्यूएचओ के निर्देशो का पालन करना बहुत जरूरी हैं. अगर यह बीमारी यही रोक ली जाये तो रोज़मर्रा की ज़िंदगी आसानी से शुरू हो जाएगी लेकिन फिलहाल परिस्थितियाँ विकट हैं इसलिए सरकार द्वारा बताए गए नियमोनुसार चलना जरूरी हैं.
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Vibhuti
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