केंद्र सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए वन नेशन वन राशन कार्ड की योजना के चलते बहुत सी सुविधाएं प्रारंभ कर दी हैं। अक्सर बहुत से परिवारों को पढ़ाई नौकरी या फिर किसी और कारण की वजह से दूसरे राज्यों में रहने के लिए जाना पड़ता है जिसकी वजह से वे अपने राशन कार्ड की मदद से राशन की प्राप्ति नहीं कर पाते हैं। परंतु वन नेशन वन राशन कार्ड की प्रक्रिया के तहत अब नागरिकों को यह सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगे कि वह यदि किसी राज्य में जाते हैं तो वे आसानी से अपने राशन कार्ड के जरिए राशन प्राप्त कर सकेंगे। चलिए जान लेते हैं राशन कार्ड मोबाइल नंबर की तरह किस तरह काम कर सकता है?

वन नेशन वन राशन कार्ड योजना 2021
लॉकडाउन के दौरान मिला फायदा
कोरोना काल के दौरान जब भारत के नागरिकों को घर में बंद रहना पड़ा तब उस समय प्रवासी मजदूरों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऐसे में भारत सरकार की कोशिश से प्रवासी मजदूरों को दूसरे राज्य में भी खाने का सामान सरकार की तरफ से दिया गया और यह सब केंद्र सरकार की योजना वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत मुमकिन हो सका । यह योजना कुछ ऐसी है जिसके तहत कोई भी नागरिक किसी भी राज्य में यदि रहने जाता है तो उसे वहां पर आसानी से सरकारी राशन की प्राप्ति हो पाएगी।
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राशन कार्ड का फायदा –
साल 2013 की राशन प्रणाली के तहत लोगों को कम दामों पर सरकारी दुकानों के जरिए राशन की प्राप्ति लगातार हो रही है। सरकारी दुकानों से उन्हें आसानी से 3 रूपए प्रति किलोग्राम चावल 2 रूपए किलो ग्राम गेहूं और 1 रूपए प्रति किलोग्राम मोटा अनाज आसानी से प्राप्त हो रहा है।
राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी मोबाइल नंबर की तरह कार्य करेगी –
हाल ही में एक अक्टूबर 2020 से वन नेशन वन राशन कार्ड की इस प्रक्रिया के तहत भारत के 28 राज्य और सभी केंद्र शासित राज्यों में कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी दुकान से सरकारी राशन की प्राप्ति किफायती मूल्य में खरीद सकते हैं। यह योजना केंद्र सरकार द्वारा जारी कर दी गई है।
जिस तरह एक राज्य से दूसरे राज्य मैं जाने के बाद आपको अपने मोबाइल नंबर को नया खरीदने की आवश्यकता नहीं होती अन्यथा आपको उस राज्य की लोकल नागरिकता अपने नंबर से कनेक्ट करवानी होती है इस प्रक्रिया के बाद वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत दूसरे राज्य में विस्थापन के बाद किसी भी नागरिक को नया राशन कार्ड बनवाने की आवश्यकता नहीं है। आप अपने पुराने राशन कार्ड को भी उस राज्य में राशन खरीदने के लिए आराम से इस्तेमाल कर सकते हैं।
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दूसरे राज्य में जाकर कराना होगा वेरिफिकेशन
यदि आप दूसरे राज्य में जाकर रहना प्रारंभ कर रहे हैं तो आपको अपने आधार कार्ड के साथ अपने राशन कार्ड का वेरिफिकेशन कराना होगा। जिसके लिए राशन वितरित वाली दुकान पर एक ऑटोमेटिक वेरीफिकेशन मशीन होनी चाहिए जिसके जरिए आप अपने आधार कार्ड को अपने राशन कार्ड से वेरीफाई करवा कर वहां से राशन प्राप्त कर सकते हैं।
एक देश एक राशन कार्ड का उपयोग कैसे कर सकते है –
अब सबसे बड़ा सवाल यह आता है कि वन नेशन वन राशन कार्ड की प्रक्रिया के तहत आप अपने राशन कार्ड को किस तरह से दूसरे राज्य में जाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। तो आपको हम बता दें कि आप को इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपना पुराना राशन कार्ड नया बनवाने की आवश्यकता नहीं है। अपने पुराने राशन कार्ड के नियमों में कुछ बदलाव करवा कर आप उसी राशन कार्ड का इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं।
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एक देश एक राशन कार्ड योजना इन राज्य में शुरू हुई है –
सरकार द्वारा पहले से ही इस योजना का कार्यान्वयन 26 राज्यों में कर दिया गया था जिनके नाम की पूरी लिस्ट नीचे दी गई है –
आंध्र प्रदेश, बिहार, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, नागालैंड, उत्तराखंड, लक्षद्वीप और लद्दाख.
इन सभी राज्यों के अलावा बाकी राज्यों का नाम भी इस लिस्ट में जल्द ही जोड़ दिया जाएगा और यह बताया जा रहा है कि साल 2021 तक यह काम पूरा भी हो जाएगा। वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का लाभ हर राशनकार्ड धारक को लेना चाहिए, क्यूंकि इससे कार्ड धारक के परिवार के भी सभी सदस्यों को इसका लाभ मिलेगा.
Other links –
- मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना मध्यप्रदेश
- किसान उदय योजना उत्तरप्रदेश
- यूपी कृषि उपकरण योजना
- निःशुल्क कृषि यंत्र योजना राजस्थान
सरकार पब्लिक को हर बार बेवकूफ ही बनाते है जो चावल खाते नहीं हैं अरवा चावल वो देता है उसमे भी सरकारी दाम से डबल में। और उसमे बजन भी कम और गेंहू तो खराब सुंडा लगा हुआ देता है । सरकार हमलोग ये बताएं जो अनाज हम किसान लोग उपजाते है उससे भी घटिया किस्म का अनाज देता है