भारत के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहारों की सूची| Indian Festival 2023, 2024 Dates In Hindi

भारत के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहारों की सूची, इंडियन फेस्टिवल लिस्ट 2023 (Indian Festival, 2023- 2024 Dates In Hindi)

त्यौहार हर एक देश में मनाये जाते हैं, लेकिन भारत देश में त्यौहारों का अपना ही अलग अंदाज हैं. पारिवारिक प्रेम, आपसी भाई चारा एवम सामाजिक व्यवस्था आदि ही त्यौहारों के मुख्य बिंदु हैं. हिन्दू संस्कृति में हर एक दिन की अपनी एक विशेषता होती हैं, जिससे जुड़ी मान्यताओ के आधार पर सांस्कृतिक त्यौहार मनाये जाते हैं. हिंदी पंचांग की व्यवस्था सामाजिक परिपेक्ष से नही बल्कि प्राकृतिक परिपेक्ष के आधार पर की गई हैं. ऋतुओ के बदलने के साथ-साथ त्यौहारों का आगमन होता हैं और वातावरण के अनुकूल ही उस त्यौहार के नियम होते हैं .

indian Festival

भारत के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार (Indian Festival 2023 Dates List )

भारत में कई संस्कृतियों का समावेश हैं, ऐसे में कई विचारधाराओं एवम मान्यताओं के आधार पर भिन्न- भिन्न त्यौहार मनाये जाते हैं . ऐसे ही कुछ सांस्कृतिक त्यौहारों का विवरण किया गया हैं :

भारत के महत्वपूर्ण सांकृतिक त्यौहार  (Indian Cultural Festival Dates)

त्यौहार का नाम20232024
दिवाली12 नवम्बर 1 नवम्बर
दशहरा24 अक्टूबर 12 अक्टूबर
होली8 मार्च 25 मार्च
जन्माष्टमी6 सितंबर 26 अगस्त
गणेश चतुर्थी19 सितंबर 7 सितम्बर
रक्षाबंधन30 अगस्त 19 अगस्त
ईद22 अप्रैल 10 अप्रैल
क्रिसमस25 दिसंबर 25 दिसंबर
गुरु नानक जयंती27 नवम्बर 15 नवम्बर

भारत के अन्य धार्मिक त्यौहार (Indian religious festivals)-

त्यौहारों का नाम20232024
महाशिव रात्रि18 फरवरी 8 मार्च
फुलेरा दूज21 फरवरी 12 मार्च
गुड फ्राइडे7 अप्रैल 29 मार्च
ईस्टर 9 अप्रैल31 मार्च
रंग पंचमी12 मार्च 30 मार्च
गुड़ी पड़वा22 मार्च 9 अप्रैल
राम नवमी30 मार्च 17 अप्रैल
गणगौर8 मार्च 25 मार्च
अक्षय तृतीया22 अप्रैल 10 मई
बुद्ध पूर्णिमा5 मई 23 मई
गंगा दशहरा28 मई 16 जून
मिथुना संक्राती15 जून 15 जून
जगन्नाथ रथ यात्रा20 जून 7 जुलाई
जयापार्वती व्रत1 जुलाई 19 जुलाई
हरियाली तीज19 अगस्त 7 अगस्त
नाग पंचमी21 अगस्त 9 अगस्त
उपाकर्म30 अगस्त 19 अगस्त
कजरी तीज2 सितंबर 22 अगस्त
बहुला चौथ3 सितम्बर 22 अगस्त
हर छठ5 सितम्बर 7 नवम्बर
पर्युषण11 सितम्बर
हरतालिका तीज18 सितंबर6 सितम्बर
ऋषि पंचमी20 सितम्बर 8 सितम्बर
संतान सप्तमी22 सितम्बर 24 सितम्बर
राधा अष्टमी/ महालक्ष्मी व्रत23 सितम्बर 11 सितम्बर
अनंत चतुर्दशी28 सितम्बर16 सितम्बर
श्राद्ध29 सितम्बर17 सितम्बर
जीवित्पुत्रिका6 अक्तूबर 24 सितम्बर
नवरात्री15 अक्तूबर 3 अक्तूबर
बठुकम्मा महोत्सव14 अक्तूबर 25 सितम्बर
नवपत्रिका पूजा21 अक्टूबर 9 सितम्बर
सरस्वती पूजा26 जनवरी 14 फरवरी
शरद पूर्णिमा / कोजागरी व्रत28 अक्टूबर 16 अक्तूबर
करवाचौथ1 नवम्बर 20 अक्तूबर
अहौई अष्टमी5 नवम्बर 24 अक्तूबर
धनतेरस10 नवम्बर 29 अक्तूबर
नरक चतुर्दशी12 नवम्बर 31 अक्तूबर
आद्य काली पूजा12 नवम्बर31 अक्तूबर
गोवर्धन पूजा/ अन्नकूट14 नवम्बर 2 नवम्बर
भैया दूज/ यम द्वितीया15 नवम्बर 2 नवम्बर
छठ पूजा19 नवम्बर 7 नवम्बर
गोपाष्टमी20 नवम्बर 9 नवम्बर
अक्षय आँवला नवमी21 नवम्बर 10 नवम्बर
जगद्धात्री पूजा21 नवम्बर10 नवम्बर
तुलसी विवाह24 नवम्बर 12 नवम्बर
वैकुण्ठ चतुर्दशी25 नवम्बर 14 नवम्बर
मणि कर्णिका स्नान26 नवम्बर14 नवम्बर
विवाह पंचमी17 दिसम्बर 6 दिसम्बर
मंडला पूजा27 दिसम्बर 26 दिसम्बर

ग्यारस या एकादशी व्रत तिथी  ( Ekadashi vrat dates):

हिन्दू पंचांग की प्रत्येक ग्यारहवी तिथी को एकादशी/ ग्यारस व्रत का पालन किया जाता हैं . वर्ष के प्रत्येक माह में ग्यारस की दो तिथियाँ आती हैं एक शुक्ल पक्ष एवम एक कृष्ण पक्ष. एकादशी के स्वामी भगवान विष्णु कहे जाते हैं. भक्त जन अपने मनोरथ के लिए एकादशी व्रत का पालन करते हैं . हिन्दू संस्कृति में एकादशी का महत्व सर्वाधिक होता हैं. मनुष्य अपने दुखो को दूर करने के उद्देश्य से इस व्रत का पालन करता हैं. वर्ष में 26 एकादशी व्रत का पालन किया जाता हैं. सभी एकादशी व्रत के पीछे एक पौराणिक कथा हैं, जिसमे एकादशी का उद्देश्य एवम भाव निहित हैं, जिन्हें आप नीचे दी गई लिंक से पढ़ सकते हैं.

एकादशी नामपक्ष2023 2024
सफलाकृष्ण7 जनवरी
पौष पुत्रदाशुक्ल2 जनवरी 20 जनवरी
षष्ठीलाकृष्ण18 जनवरी 5 फरवरी
जयाशुक्ल1 फरवरी 19 फरवरी
विजयाकृष्ण16 फरवरी 6 मार्च
आमलकीशुक्ल3 मार्च 20 मार्च
पापमोचिनीकृष्ण18 मार्च 4 अप्रैल
कामदाशुक्ल1 अप्रैल 19 अप्रैल
वरुठिनीकृष्ण16 अप्रैल 4 मई
मोहिनीशुक्ल1 मई 18 मई
अपराकृष्ण15 मई 2 जून
निर्जलाशुक्ल31 मई 17 जून
योगिनीकृष्ण14 जून 1 जुलाई
देव शयनीशुक्ल29 जुलाई 17 जुलाई
कामिकाकृष्ण13 अगस्त 31 जुलाई
पुत्रदाशुक्ल27 अगस्त 15 अगस्त
पद्मिनी (अधिक मास)कृष्ण29 जुलाई
परमा (अधिक मास)शुक्ल12 अगस्त
अजाकृष्ण10 सितम्बर 29 अगस्त
परिवर्तिनी/ डोल ग्यारसशुक्ल25 सितम्बर 14 सितम्बर
इंदिराकृष्ण10 अक्टूबर 28 सितम्बर
पापांकुशाशुक्ल25 अक्टूबर 13 अक्तूबर
रमाकृष्ण9 नवम्बर 27 अक्तूबर
प्रबोधिनी/ देव उठनीशुक्ल23 नवम्बर 12 नवम्बर
उत्पन्नाकृष्ण8 दिसम्बर 26 नवम्बर
मोक्षदाशुक्ल23 दिसम्बर 11 दिसम्बर

पूर्णिमा व्रत ( Purnima Vrat Date):

हिन्दू पंचांग के अनुसार एक माह में दो पक्ष (शुक्ल कृष्ण) होते हैं, जो कि अमावस से पूर्णिमा एवं पूर्णिमा से अमावस के बीच होते हैं . इस तरह प्रति वर्ष 12 पूर्णिमा आती हैं . पूर्णिमा के दिन अथवा एक दिन पूर्व सत्यनारायण भगवान की कथा एवम पूजा का महत्व होता हैं . पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपने पूर्ण रूप में होता हैं इस दिन उपवास का महत्व होता हैं जिसे हिन्दू धर्म में बड़े नियमो द्वारा निभाया जाता हैं .

निम्न सारणी में पुरे वर्ष में आने वाली पूर्णिमा का महत्व बताया गया हैं :

मासिक पूर्णिमामहत्व20232024
चैत्रहनुमान जयंती6 अप्रैल 23 अप्रैल
वैशाखबुद्ध जयंती5 मई 23 मई
ज्येष्ठवट सावित्री3 जून 21 जून
आषाढ़गुरू पूर्णिमा3 जुलाई 21 जुलाई
श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन30 अगस्त 19 अगस्त
भाद्रपद पूर्णिमाश्राद्ध/ पितृ29 सितम्बर 17 सितम्बर
आश्विनशरद पूर्णिमा28 अक्टूबर 16 अक्तूबर
कार्तिक पूर्णिमा27 नवम्बर 15 नवम्बर
अग्रहण्य पूर्णिमा
पौष पूर्णिमा6 जनवरी 25 जनवरी
माघमाघ मेला6 जनवरी
फाल्गुनहोली8 मार्च 25 मार्च

मासिक अमावस्या व्रत

मासिक पूर्णिमामहत्व20232024
चैत्रचैत्र अमावस्या21 मार्च 8 अप्रैल
वैशाखबैसाख अमावस्या20 अप्रैल 7 मई
ज्येष्ठशनि जयंती19 मई 6 जून
आषाढ़सोमवती अमावस्या18 जुलाई 8 अप्रैल
श्रावणश्रावण अमावस्या16 जुलाई 4 अगस्त
भाद्रपदपिठोरी अमावस्या, चन्द्र ग्रहण14 सितम्बर 2 सितम्बर
आश्विनसर्व पितृ अमावस्या14 अक्टूबर 2 अक्तूबर
कार्तिकदीवाली10 नवम्बर 29 अक्तूबर
अग्रहण्यमार्गशीर्ष अमावस्या12 दिसम्बर 1 दिसम्बर
पौषपौष अमावस्या21 मार्च
पौष
माघमौनी अमावस्या21 जनवरी 9 फरवरी
फाल्गुनसूर्य ग्रहण

किसान के कटाई त्यौहार (Seasonal and Harvesting festivals) –

त्यौहार का नाम20232024
लोहड़ी14 जनवरी 13 जनवरी
मकर संक्रांति15 जनवरी 15 जनवरी
बसंत पंचमी25 जनवरी 14 फरवरी
बैसाखी14 अप्रैल 13 अप्रैल
ओणम29 अगस्त 5 सितम्बर
पोला14 सितम्बर 2 सितम्बर

अन्य महत्वपूर्ण मासिक त्यौहार एवम पवित्र माह :

हिन्दू पंचांग में सभी तिथियों का विशेष महत्व होता हैं प्रति माह कई विशेष तिथियों पर भक्त जन पूजा एवम उपवास करते हैं . इसके अलावा कई माह भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. आगे की तालिका में इन्ही महत्वपूर्ण मासिक त्यौहारों एवम माह का महत्व बताया गया हैं :

नामविवरण
कालाष्टमीकृष्ण पक्ष अष्टमी
प्रदोषप्रति हिंदी माह त्रयोदशी
मासिक शिव रात्रिप्रति हिंदी माह चतुर्दशी
संकष्टी चतुर्थीहर माह कृष्ण पक्ष के चौथे दिन संकष्टी चतुर्थी आती है|
भानु सप्तमीजब सप्तमी के दिन रविवार होता हैं
स्कन्दा षष्ठीशुक्ल पक्ष पंचमी और षष्ठी एक साथ आये तब मनाई जाती हैं
रोहिणी व्रतजब रोहिणी नक्षत्र सूर्योदय के बाद प्रबल होता हैं
सत्य नारायण पूजापूर्णिमा एवं उसके एक दिन पूर्व/ प्रति माह संक्रांति
मंगला गौरी / गौरी पूजा सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत होता है
धनुर्मास 
श्रावण/ सावन महत्वपवित्र माह
अधिक मास महत्वपवित्र माह जो तीन वर्ष में आता हैं
कोकिला व्रतजब अधिक मास आषाढ़ में आता हैं यह योग 19 वर्षो में बनता हैं
कार्तिक माह महत्वपवित्र माह
चातुर्मास/ चौमासाअर्ध अषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन एवं अर्ध कार्तिक
महाकुम्भ नासिकसूर्य,वृहस्पति जब सिंह राशि में प्रवेश करते हैं
महाकुम्भ उज्जैनजब सूर्य एवम वृहस्पति वृश्चिक राशि में प्रवेश करता हैं |

इस्लामिक त्यौहार ( Islamik Festival Dates):

भारत में कई धर्मो का समावेश हैं | यह एक अकेला राष्ट्र हैं जहाँ सभी धर्मो के लोग अपने- अपने धर्मानुसार स्वतंत्रता के साथ अपना- अपना त्यौहार मना सकते हैं . यहाँ विचारों की पूर्ण स्वतंत्रता हैं इसी तरह इस्लामिक त्यौहारों को भी उत्साह से भारत में मनाया जाता हैं जिनका महत्व एवम उद्देश्य भी प्रेम और शांति ही हैं ऐसे ही कुछ त्यौहारों का विवरण निम्न तालिका में किया गया हैं :

नाम2023
ईद3 मई
रमजानअप्रैल 2-2 मई
बकरीद10 जुलाई
अल हिजरा इस्लामिक न्यू इयर29 30 जुलाई
मुहर्रम/ आशुरा28 जुलाई

भारत देश की पहचान हैं उसके अनेक धर्मो का एक सुन्दर स्वरूप.  प्रेम, एकता, आपसी भाई चारा ही त्यौहारो का मुख्य उद्देश्य हैं. सामाजिक व्यवस्था की दृष्टि से भी त्यौहार बहुत महत्वपूर्ण हैं.

हमारे इस पेज में उन्ही त्यौहारों का विवरण किया किया हैं अगर आप इससे भिन्न कुछ जानते हैं तब अपनी राय कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं.

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