भारतीय के राष्ट्रीय पर्व पर निबंध Indian National Festivals Essay in hindi
हमारा भारत देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यहाँ सारे तीज त्यौहार को सभी जाति धर्म के लोग मिल जुलकर बड़े धूमधाम से मनाते है. राखी, दिवाली, दशहरा, ईद, क्रिसमस और भी अनेको त्यौहार को सभी लोग साथ में मनाते है. भारत देश में त्योहारों की कमी नहीं है, धर्म जाति के हिसाब से सबके अलग अलग त्यौहार है. लेकिन कुछ ऐसे भी त्यौहार है, जो किसी जाति विशेष के नहीं है, बल्कि हमारे राष्ट्र के है, जिसे हम राष्ट्री पर्व कहते है.
भारतीय के राष्ट्रीय पर्व (Indian national festivals in hindi)
1947 से देश की आजादी के बाद ये राष्ट्रीय पर्व हमारे जीवन का हिस्सा बन गए, तब से लेकर अब तक हम इन्हें बड़े ही हर्षोल्लास से मनाते है. ये पर्व हमारी राष्ट्रीय एकता को दर्शाते है. भारत के प्रमुख राष्ट्रीय पर्व –
National Festival Name | National Festival Date | |
1 | स्वतंत्रता दिवस | 15 अगस्त |
2 | गणतंत्र दिवस | 26 जनवरी |
3 | गाँधी जयंती | 2 अक्टूबर |
ये नेशनल पर्व है, साथ ही ये नेशनल हॉलिडे भी है. इसके अलावा टीचर्स डे, चिल्ड्रन डे भी नेशनल हॉलिडे है, ये हमारे देश के महान स्वतंत्रता संग्रामी की याद में मनाये जाते है. इसके अलावा सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह व् भीमराव अम्बेडकर जैसे महान स्वतंत्रता संग्रामी व् नेताओं को विशेष दिन श्रधांजलि दी जाती है. ये त्यौहार देश को प्रेम व् एकता का सन्देश देते है. भारत में राष्ट्रीय त्योहारों को विशेष रूप से मनाया जाता है, इसलिए ये उन्हें बाकि त्योहारों से अलग करता है. सरकार इन पर्व को मनाने के लिए विशेष तौर पर तैयारी करती है, पूरे देश को एक दुल्हन की तरह सजाया जाता है. तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है.

स्वतंत्रता दिवस व् गणतंत्र दिवस को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. ये हमारे देश के विशिष्ठ त्योहारों में से एक है. इस दिन हर राज्य, जिले, व् सरकारी भवनों में तिरंगा झंडा फ़हराया जाता है. सभी सरकारी दफ्तर, संस्थान व् शैक्षिक संसथान में विशेष रूप से कार्यक्रमों का आयोजन होता है, व् सभी जगह इसे एक समान रूप में मनाया जाता है. भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष रूप से कार्यक्रम आयोजित होते है, हमारे देश की सैन्य शक्ति का भी प्रदर्शन किया जाता है. इस दिन पुरुस्कार व् सम्मान समारोह भी आयोजित होते है, जिसमें देश के लिए अद्भुत काम करने वालों को सम्मानित किया जाता है. देश की जनता एक दुसरे को मेसेज, कार्ड देकर इस दिन बधाई देती है.
स्वतंत्रता दिवस (Independence day) –
1947 को भारत देश को ब्रिटिश शासन से 200 सालों बाद स्वतंत्रता मिली थी. जिसे हम हर साल सेलिब्रेट करते है. हर साल 15 अगस्त को हमारे देश की स्वतंत्रता को पुरे जोश के साथ मनाया जाता है. ये हर एक भारतीय के लिए आनंदमय दिन होता है, इस दिन सभों को देश के लिए जान देने वाले शहीदों की याद आती है, सब उन्हें श्रधांजलि देते है. इस दिन प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले में झंडा फहराते है, सभी मुख्यमंत्री अपने अपने प्रदेश में, व् और बड़े नेता किसी न किसी जिले में हमारे देश की शान तिरंगे झंडे को फहराते है. लाल किले से प्रधानमंत्री जी देश के नाम भाषण भी देते है. प्रधानमंत्री जी देश में हुए विकास व् आने वाले समय की नयी योजनाओं के बारे में बात करते है. झंडा बंधन के बाद राष्ट्रगान भी गाया जाता है. प्रधानमंत्री देश की सेना को सलामी देते है.
स्कूल, कॉलेज में भी इस दिन के लिए पहले से तैयारियां शुरू हो जाती है. नाच गाने, भाषण के साथ इस दिन को मनाया जाता है. जिसके बाद पुरुस्कार वितरण भी होता है. अलग अलग शैक्षिक संस्थान के अलावा, जिले में इसे एक साथ भी मनाया जाता है, जहाँ सारे स्कूल, कॉलेज के बच्चे भाग लेते है. यहाँ डांस, पीटी, परेड, भाषण, गाने का प्रोग्राम होता है. साथ में इस दिन के कुछ दिन पूर्व से तरह तरह के खेल, वाद-विवाद, फेस पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है. इन सभी गतिविधियों से देश के नागरिक की एकता और मजबूत होती है. टीवी, रेडियो पर इस दिन स्वतंत्रता से जुड़े कार्यक्रम आते है, फ़िल्में गाने के अलावा किसी व्यक्ति विशेष के बारे में बताया जाता है.
गणतंत्र दिवस (Republic day)
26 जनवरी 1950 को भारत देश का स्वतंत्र संविधान लागु हुआ था. जिसके बाद से हर साल 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है. इस दिन प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर देश के सभी शहीदों को श्रध्दा सुमन अर्पित करते है. इस दिन का भारत के हर एक नागरिक के जीवन में विशेष महत्त्व है, इस दिन भारत सम्पूर्ण गणराज्य बन गया था. देश को अपनी सरकार चलाने का हक मिला था. गणतंत्र दिवस के मौके पर भी स्वतंत्रता दिवस जैसी तैयारी होती है, हर जगह झंडा बंधन होता है, राष्ट्रगान फिर भाषण. दिल्ली के राजपथ पर इसकी विशेष तयारी होती है. दिल्ली के स्कूली बच्चों के द्वारा स्पेशल फोल्क डांस तैयार किया जाता है, साथ ही इस दिन एक विशेष तयारी होती है. इस दिन देश के सभी राज्य, मंत्रालय द्वारा राजपथ पर विशेष झाकियां निकाली जाती है. ये झांकी किसी भी विषय पर बनाई जाती है. इस दिन भारत में गेस्ट के रूप में विदेश से किसी नेता को बुलाया जाता है. नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उसके पहले गणतंत्र दिवस पर 2015 में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को बुलाया गया था. राजपथ पर ये प्रोग्राम 2 घंटे के लगभग चलता है.
इसी दिन शोर्य व् वीरता के पुरुस्कार भी वितरित किये जाते है, पद्म भूषण, विभूषण, भारत रत्न जैसे विशेष सम्मान के लिए नामों का नामांकन भी इसी दिन होता है. देश के हर जिले में इसे मनाते है, वहां भी अलग अलग झाकियां निकाली जाती है, जो आकर्षण का मुख्य केंद्र होती है. राज्य के गवर्नर सेना की परेड को सलामी देते है.
गाँधी जयंती (Gandhi Jayanti)-
हमारे देश के राष्ट्रपिता ‘मोहनदास करमचन्द गाँधी’ जी के जन्म दिन 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती के रूप में समस्त भारत में मनाया जाता है. महात्मा गाँधी ने अपने कठिन प्रयासों से भारत देश को आजादी दिलाई थी. अहिंसावादी गाँधी जी देश के लिए जान देने को तैयार थे, उन्हें बस देश की आजादी प्यारी थी. राष्ट्रीय पर्व में इसका भी महत्वपूर्ण स्थान है. इस दिन को स्वतंत्रता दिवस व् गणतंत्र दिवस जैसे बड़े तौर पर नहीं मनाया जाता है, लेकिन यह दिन हर भारतीय को शांति व् भाईचारे का सन्देश देता है. गाँधी जी सत्याग्रह व् अहिंसा के साथ हमेशा खड़े रहे है, उन्होंने अपने मूल्यों पर चलकर देश को आजादी दिलाई थी. इस दिन सरकारी, व् शैक्षिक संसथान पर गाँधी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये जाते है, उनके बारे में गीत भाषण का आयोजन होता है.
इस दिन प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व् देश का हर एक बड़ा नेता गाँधी जी के समाधी स्थल राजघाट में जाता है और महात्मा गाँधी को श्रधांजलि देते है, यहाँ विशेष प्राथना सभा का भी आयोजन किया जाता है. साथ ही गाँधी जी के जीवन पर आधारित भाषण, वाद-विवाद, पेंटिंग, निबंध, क्रिएटिव राइटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इससे बच्चे गाँधी जी को और करीब से जान पाते है. 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने गाँधी जयंती पर ही ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का शुभारम्भ किया था.
उपर बताये गए दिनों के अलावा कुछ और यादगार दिन भी है, जैसे लाला लाजपत राय, रानी लक्ष्मी बाई, सुभाषचंद्र बोस आदि ये वे सभी लोग है, जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. इन्होने देश को आजाद करना अपना पहला कर्तव्य समझा. ये सभी दिनों को छोटे तौर पर मनाया जाता है. राष्ट्रीय तौर पर यही त्यौहार हमारे देश को एकिकृत करते है, जहाँ कोई जाति, धर्म, समाज हमें इन त्यौहारों को ना मनाने के लिए बाध्य नहीं कर सकता.
राष्ट्रीय पर्व पर भारतीय क्या – क्या करते हैं
- राष्ट्रीय पर्व के दौरान स्कूलों एंव सार्वजनिक स्थानों में कार्यक्रम किये जाते हैं.
- इस दिन छात्र देश हित में नाट्य करते हैं.
- कुछ सरकारी स्कूल एंव प्राइवेट स्कूलों में प्रतियोगिता रखी जाती है.
- समाजिक शांति चाहने वाले लोग इस दिन देश के वीर जवानों एंव देश हित में कार्य करने वाले लोगों के बारें में जानकारी देते हैं.
- गणतंत्र दिवस एंव स्वंत्रता दिवस के दिन भारतीय देशभक्ति गीत एंव देशभक्तों का गुणगान करते हैं.
- महात्मा गांधी जयंती पर बापू के जीवन के बारें में बताया जाता है. बताया जाता है की कैसे उन्होंने भारत के लिए क्या – क्या किया था.
- वैसे तो राष्ट्रीय पर्व राष्ट्रीय हॉलिडे होते हैं राष्ट्रीय पर्वों पर स्कूलों एंव कार्यालयों में सांस्कृतिक आयोजन किये जाते हैं.
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