साइना नेहवाल का जीवन परिचय Sania Nehwal jivan Parichay in Hindi

साइना नेहवाल का जीवन परिचय (जन्म तारीख, जन्म स्थान, परिवार, शिक्षा, करियर, बॉय फ्रेंड, पुरस्कार, हाइट, बजन ) Sania Nehwal jivan Parichay in Hindi (date of birth, birth place, family, education, career, boy friend, awards, height, weight, gold medal, coach profession, achievements)

साइना नेहवाल भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी है. ये लम्बे समय तक विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी रही है, अपनी प्रतिभा के चलते इन्हें पूरी दुनिया में प्रसिद्धी मिली है. 2004 से साइना बैडमिंटन खेल में सक्रीय है, इस दौरान इन्होने बहुत से पदक, अवार्ड्स एवं अचीवमेंट हासिल की. सन 2009 तक साइना बैडमिंटन की टॉप 10 खिलाड़ी की लिस्ट में रही है. सन 2015 में साइना वर्ल्ड रैंकिंग में पहले स्थान पर थी, इस जगह पहुँचने वाली ये पहली भारतीय महिला थी, और प्रकाश पादुकोण के बाद दूसरी भारतीय. साइना तीन बार भारत की तरफ से ओलंपिक में खेल चुकी है. साइना ने बैडमिंटन में कई मुकाम हासिल किये, जिसमें उन्होंने अपने परिवार के साथ साथ भारत का नाम भी ऊँचा किया है. सबसे सफल भारतीय महिला खिलाड़ी के रूप में साइना को जाना जाता है. भारत में बैडमिंटन की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय साइना को दिया जाता है.

साइना नेहवाल जीवन परिचय

जीवन परिचय बिंदुसाइना जीवन परिचय
पूरा नामसाइना नेहवाल
जन्म17 मार्च, 1990
जन्म स्थानहिसार, हरियाणा
माता-पिताउषा रानी – हरवीर सिंह
रहवासहैदराबाद
कोचविमल कुमार
हाईट1.65 मीटर
वजन60 kg
पेशा (Profession)अंतर्राष्ट्रीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी
हाथ का इस्तेमाल (Handedness)दांया हाथ (Right Hand)
सर्वोत्तम स्थान (Highest Ranking)1 (2 अप्रैल, 2015)
वर्तमान स्थान (Current Ranking)5 (30 जून, 2016)

साइना का जन्म हरियाणा के हिसार में एक जाट परिवार में हुआ था, इनके पिता हरवीर सिंह हरियाणा की एक एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में काम करते थे, इनकी माँ उषा रानी एक राज्य स्टार की बैडमिंटन खिलाड़ी थी. कुछ समय बाद इनके पिता हरियाणा से हैदराबाद शिफ्ट हो गए. साइना ने अपनी स्कूल की पढाई हरियाणा के हिसार से ही शुरू की, लेकिन अपने पिता के ट्रान्सफर के चलते उन्हें कई बार स्कूल बदलने पड़े. साइना ने 12 वीं हैदराबाद के संत एनस कॉलेज मेह्दिपत्नाम से किया था. साइना स्कूल में एक शांत, शर्मीली और अध्ययनशील छात्रा रही है. नेहवाल ने पढाई के साथ साथ कराटें भी सीखा था, उन्हें इसमें ब्राउन बेल्ट मिला हुआ है.

saina nehwal

साइना के माता पिता स्टेट लेवल पर बैडमिंटन खेला करते थे, बैडमिंटन की प्रतिभा साइना को उनके माता पिता से विरासत में मिली थी. कम उम्र से ही साइना को बैडमिंटन से लगाव हो गया था. आठ साल की छोटी उम्र में ही साइना के पिता ने उन्हें बैडमिंटन सिखाने का फैसला कर लिया था, वे उन्हें हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम ले गए, जहाँ साइना कोच “नानी प्रसाद” के अंडर में बैडमिंटन सिखने लगी. यहाँ उनके कोच से उन्हें सख्त ट्रेनिंग दी, और उन्हें फिट रहने के गुर सिखाये.

साइना के पिता अपनी बेटी को एक अच्छा बैडमिंटन प्लेयर बनाना चाहते थे, उन्हें अच्छे से ट्रेनिंग मिले इसके लिए उन्होंने अपनी जमा राशी खर्च करने की भी परवाह नहीं की. साइना जहाँ बैडमिंटन की प्रैक्टिस करती थी, वो स्टेडियम उनके घर से 25 किलोमीटर दूर था, इनके पिता रोज इन्हें सुबह 4 बजे वहां स्कूटर से ले जाते थे. कई बार साइना स्कूटर में अपने पापा के पीछे बैठे बैठे सो जाती थी, किसी तरह की दुर्घटना न हो, इसके लिए फिर उनकी माँ भी साइना के साथ स्टेडियम जाने लगी. वहां 2 घंटे की प्रैक्टिस के बाद साइना स्कूल जाती थी. कुछ समय बाद साइना ने ‘एस एम् आरिफ’ से ट्रेंनिग ली, जो देश के जाने माने खिलाड़ी है, जिन्हें द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मान मिल चूका है. इसके बाद साइना ने हैदराबाद की ‘पुल्लेला गोपीचंद अकैडमी’ ज्वाइन कर ली, जहाँ उन्हें गोपीचंद जी से ट्रेनिंग मिलने लगी. साइना गोपीचंद जी को अपना मेंटर मानती है.

साइना नेहवाल व्यक्तिगत जानकारी (Personal Details)

साइना ने साल 14 दिसंबर 2018 में परुपल्ली कश्यप से शादी की है, परुपल्ली कश्यप भी एक अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. और पुलेला बैडमिंटन अकादमी से सम्बन्ध रखते हैं. वे दोनों लंबे समय से दोस्त थे, और एक – दूसरे को पसंद भी करते थे. इसके चलते उन्होंने शादी करने का फैसला लिया.

पसंद एवं नपसंद (Like and Dislike)

1.पसंदीदा खाना (Favourite Food)आलू पराठा एवं कीवी
2.पसंद (Hobbies)यात्रा करना
3.पसंदीदा अभिनेता (Favourite Actor)शाहरुख़ खान एवं महेश बाबू
4.पसंदीदा एथलिट (Favourite Athlete)सचिन तेंदुलकर (क्रिकेटर) एवं रॉजर फेडरर (टेनिस खिलाड़ी )
5.पसंदीदा जगह (Favourite Destination)सिंगापोर


साइना का लुक (Saina’s Look)

1.कद (Height)5 फुट 6 इंच
2.वजन (Weight)65 किलोग्राम
3.शारीरिक माप (Body Measurement)34 – 26 – 34
4.आंखों का रंग (Eye Colour)भूरा
5.बालों का रंग (Hair Colour)काला

साइना नेहवाल करियर (Saina Nehwal career) –

अपने प्रारंभिक वर्षों में एक बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में, साइना हमेशा खुद में एक आकस्मिक क्षमता दिखाते आई है. 2003 में हुए ‘जूनियर सीजेक ओपन’ में साइना ने पहला टूर्नामेंट खेला और इसमें जीत भी हासिल की. 2004 में हुए ‘कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स’ में साइना दुसरे स्थान में आई. इसके बाद 2005 में ‘एशियन सेटेलाइट बैडमिंटन टूर्नामेंट’ में साइना ने फिर जीत हासिल की, जिसे उन्होंने 2006 में भी कायम रखा. इसे जीत कर साइना पहली अंडर 19 खिलाड़ी बन गई, जिन्होंने लगातर दो बार इतना बड़ा ख़िताब हासिल किया था.

2006 – मई 2006 में साइना ने 4 स्टार टूर्नामेंट – फिलिपिन्स ओपेंस में हिस्सा लिया. 16 साल की छोटी सी उम्र में साइना ने यह ख़िताब जीता, और भारत एवं एशिया की पहली महिला खिलाड़ी बन गई, जिन्होंने ये जीत हासिल की. इसी साल उन्होंने एक बार फिर सेटेलाइट टूर्नामेंट में जीत हासिल की.

2008 – सन 2008 में साइना पहली भारतीय बन गई, जिन्होंने ‘वर्ल्ड जूनियर बैडमिंटन चैम्पियनशीप’ का ख़िताब जीता. इसी साल साइना ने ‘चायनीस टेपी ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’ , ‘इंडियन नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशीप’ एवं ‘कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स’ में भी जीत हासिल की थी. 2008 में साइना को सबसे होनहार खिलाड़ी के रूप में घोषित किया गया था.

2009 – सन 2009 में साइना विश्व की सबसे प्रमुख बैडमिंटन श्रृंखला ‘इण्डोनेशिया ओपन’  जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई. साइना इसी साल ‘वर्ल्ड चैम्पियनशीप’ के क्वाटरफाइनल में भी पहुँच गई. इस साल साइना को अर्जुन अवार्ड दिया गया, एवं उनके कोच ‘गोपीचंद’ को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया.

2010 – सन 2010 में साइना ने ‘इंडिया ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’, ‘सिंगापूर ओपन सुपर सीरीज’,  ‘इण्डोनेशिया ओपन सुपर सीरीज’ एवं ‘हांगकांग सुपर सीरीज’ में अपनी जीत दर्ज कराई. 2010 में दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में साइना सबसे बड़ी जीत हासिल की, उन्होंने बैडमिंटन सिंगल में मलेशिया की खिलाड़ी को हरा कर गोल्ड मैडल जीता.

2011 – सन 2011 में साइना ने ‘स्विस ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’ में जीत हासिल की. इसके अलावा ‘मलेशिया ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’, ‘इण्डोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर’ एवं ‘BWF सुपर सीरीज मास्टर फाइनल्स’ में दूसरा स्थान प्राप्त किया.

2012 – सन 2012 में ‘स्विस ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’, ‘थाईलैंड ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’ एवं ‘इण्डोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर’ में साइना ने जीत हासिल की, इसके साथ ही इण्डोनेशियाई ओपन का ये टाइटल साइना को तीसरी बार मिला. सन 2012 के लन्दन ओलंपिक में साइना ने पहली बार ओलंपिक में ब्रोंज मैडल जीता, इसके साथ ही वे पहली भारतीय थी, जिन्हें ओलम्पिक में बैडमिंटन खेल में पदक मिला हो. इस जीत के बाद साइना पर पुरुस्कारों की बरसात हो गई, हरियाणा, राजस्थान एवं आंध्रप्रदेश सरकार ने नगद राशी की घोषणा की. इसके साथ ही खेल मंत्री ने साइना को आईएएस ऑफिसर के बराबर की जॉब ऑफर की.

ब्रोंज मैडल जीतने के बाद मिले पुरुस्कार –

  • हरियाणा सरकार द्वारा 1 करोड़ की नगद राशी.
  • राजस्थान सरकार द्वारा 50 लाख की नगद राशी.
  • आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा 50 लाख की नगद राशी.
  • बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया द्वारा 10 लाख की नगद राशी.
  • मंगलायतन यूनिवर्सिटी द्वारा डोक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया.

2014 – 26 जनवरी 2014 को साइना ने भारत की ही वर्ल्ड चैम्पियनशीप पी वी सिन्धु, जिन्हें ब्रोंज मैडल मिला हुआ था, उन्हें हरा दिया और ‘इंडिया ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड टूर्नामेंट’ महिला एकल में जीत दर्ज कराई. इस साल इनकी रैंकिंग नंबर 7 की थी. इसी साल साइना ने ‘चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर’ में जीत हासिल कर, पहली भारतीय महिला बन गई. 

2015 – सन 2015 में ‘इंडिया ओपन ग्रांड प्रिक्स गोल्ड’ में एक बार फिर साइना को जीत मिली. इसके बाद साइना ‘आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशीप’ के फाइनल में पहुंची, ये पहली बार था, जब कोई भारतीय महिला इस टूर्नामेंट में यहाँ तक पहुंचा था. लेकिन साइना इस गेम को जीत न सकीं. 29 मार्च 2015 को साइना को ‘इंडिया ओपन BWF सुपर सीरीज’ के द्वारा ‘वीमेन सिंगल्स’ का ख़िताब दिया गया.  इसके बाद 2 अप्रैल को BWF की रैंकिंग के अनुसार साइना को वर्ल्ड नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी का सम्मान मिला. इसी साल अगस्त में वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशीप में साइना को फाइनल में कैरोलिना ने हरा दिया, जिसके बाद उन्हें सिल्वर मैडल मिला.

2016 – इस साल की शुरुवात में साइना कई तरह की चोटों से परेशान रही, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपने स्वास्थ्य को ठीक कर लिया. इस साल उन्होंने एशियन चैम्पियनशीप में ब्रोंज मैडल जीता. 2010 के बाद ऐसा दूसरा मौका था. साइना जून 2016 में   ‘इण्डोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर’ के क्वाटरफाइनल थ पहुंची थी, जिसके बाद एक बार फिर उन्हें कैरोलिना से हार का सामना करना पड़ा. कैरोलिना स्पेन की खिलाड़ी है, जिन्होंने रियो ओलम्पिक में पी वी सिन्धु को हराकर गोल्ड मैडल हासिल किया है. इस साल रियो ओलंपिक 2016 में साइना ने अपने करियर में तीसरी बार ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लिया, यहाँ वे पहले मैच में तो विजयी रहीं, लेकिन दूसरा मैच हार गई. अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस इतिहास को यहाँ पढ़ें.

2017 –

  • सन 2016 – 17 के दौरान साइना को चोट लगने के कारण वे बहुत से टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकी थी. कुछ समय बाद उन्होंने पूरी तरह ठीक होकर गेम में वापसी की थी. इसके बाद साइना ने प्रथम मलेशिया ओपन ग्रांड प्रिक्स में हिस्सा लिया और इस टूर्नामेंट में उन्होंने जीत हासिल की थी.
  • इसी साल अगस्त में साइना को ग्लास्गो में विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में शामिल होने का मौका मिला था. नेहवाल क्वार्टर फाइनल में स्कॉटलैंड के क्रिस्टी गिल्मर को हराकर सेमिफाइनल में पहुंची थी. किन्तु सेमीफाइनल में वे जापान की नोजोमी ओकूहारा से हार गई थी, इस तरह उन्हें कांस्य पदक प्राप्त हुआ था. यह विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में नेहवाल का लगातार दूसरा कांस्य पदक था एवं उन्होंने लगातार 7 बार क्वार्टर फाइनल जीते थे.
  • इसके बाद 82 वें राष्ट्रीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप में साइना ने पी वी सिंधू को हराकर जीत हासिल की थी.

2018 –

  • साल 2018 में साइना ने अच्छी शुरुआत की थी, इस साल साइना इंडोनेशिया मास्टर्स के फाइनल में पहुंची. यहाँ तक पहुँचने के लिए उन्होंने चाइना की चेन युफ़ी और एक्सओक्सिन को एवं भारत की पी वी सिन्धु को क्वार्टरफाइनल में हराया था. इसके साथ ही रत्चानोक इन्तानॉन को सेमिफाइनल में हराया था.
  • इसी साल 2018 में साइना ने कामनवेल्थ खेलों के एकल महिला खेल के फाइनल में पीवी सिन्धु को हराकर अपना दूसरा स्वर्ण पदक हासिल किया था और इसके साथ ही उन्होंने मिश्रित टीम प्रतियोगिता में भारतीय टीम को एक और स्वर्ण पदक दिलाया था.
  • फिर इसी साल एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप भी आयोजित की गई थी, इसमें वे टाई तज़ु – यिंग से हार गई थी, जिसके कारण उन्हें कस्य पदक प्राप्त हुआ था.
  • सन 2018 में एशियाई खेलों में साइना का बेहतरीन प्रदर्शन रहा था. इन खेलों में भारत के लिए साइना ने एशियाई बैडमिंटन मैडल अपने नाम किया था और इस मेडल के साथ साइना भारत की पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनी गई हैं. उन्होंने बैडमिंटन टूर्नामेंट के प्रतिष्ठित 5 खेलों ओलिंपिक, विश्व चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ खेल, एशियाई चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में मैडल जीतकर एक दुर्लभ उपलब्धि हासिल की है.
  • सन 2018 में डेनमार्क ओपन में साइना ने पहले दौर में चेउंग नगन यी और दूसरे दौर में एकेन यामागुची को हराकर फाइनल में प्रवेश किया. किन्तु फाइनल में वे उनकी कट्टर प्रतिद्वंदी रही टाई तज़ु – यिंग से फिर से हार गई, दरअसल इससे पहले एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में भी वे इनसे हार चुकी थी.
  • फिर इसी साल साइना ने फ्रेंच ओपन में हिस्सा लिया था, जिसमे उन्होंने जापान की साइना कावाकमी को हराकर अच्छी शुरुआत की थी. इस साल भी उनका एक बार फिर से टाई तज़ु – यिंग के साथ सामना हुआ और इस बार भी वे उनसे हार गई.
  • इसके बाद साइना सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय 300 टूर्नामेंट के फाइनल में भी पहुंची, लेकिन वे वहां चीन की हाँ यूए से हार गई. इस तरह से साल 2018 में साइना चार बार फाइनल में पहुंची थी, जिसमें फ्रेंच ओपन के साथ ही कामनवेल्थ, डेनमार्क ओपन और इंडोनेशिया ओपन शामिल है.

2019 –

  • साल 2019 में भी साइना ने अच्छी शुरुआत की है. इस साल उनका पहला टूर्नामेंट मलेशिया मास्टर्स रहा है, जहाँ उन्होंने जापान की नोजोमी ओकूहारा को हराया और वे क्वार्टर फाइनल में पहुँच गई थी. किन्तु इसमें वे विश्व प्रसिद्ध कैरोलाइना मरीन से सेमिफाइनल में हार गई.

इस तरह से वे अपने करियर में विफल होने के साथ – साथ सफलता की सीढ़ी पर भी चढ़ती  नजर आई हैं. उम्मीद है आगे भी वे अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन करते हुए उपलब्धि हासिल करेंगी.        

साइना नेहवाल अचीवमेंट एवं अवार्ड्स (Saina Nehwal Achievements And Awards) –

  • सन 2008 में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा साल की सबसे होनहार खिलाड़ी का सम्मान दिया गया.
  • 2009 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया.
  • 2010 में भारत के चौथे बड़े सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया.
  • खेल के सबसे बड़े अवार्ड ‘राजीव गाँधी खेल रत्न’ से साइना को 2009-10 में सम्मानित किया गया.
  • सन 2016 में भारत के तीसरे बड़े सम्मान पद्म भूषण से साइना को नवाजा गया.

साइना नेहवाल आज देश-दुनिया का जाना माना नाम है. साइना की वजह से आज भारत में बैडमिंटन इतना प्रसिद्ध हुआ, भारत में बैडमिंटन लीग का भी आयोजन होने लगा है. लड़कियों के साथ साथ लड़के भी साइना से प्रेरणा प्राप्त करते है. साइना ने बैडमिंटन को नया मुकाम दिया, उन्हें बैडमिंटन के सचिन के तौर पर देखा जाता है. वे ‘ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट’ द्वारा समर्थित एथलीटों में से एक है.

साइना एक बहुत सुंदर लड़की भी है, खेल के अलावा उन्हें बहुत से मोडलिंग के भी ऑफर है. बहुत सी कंपनियों की वे ब्रांड एम्बेसडर है. योनेक्स, सहारा इंडिया परिवार की साइना ब्रांड एम्बेसडर है. इसके साथ ही टॉप रेमन नूडल्स, फार्च्यून कुकिंग आयल, इंडियन ओवरसीज बैंक, वैसलीन, सहारा एवं योनेक्स के विज्ञापनों में साइना नजर आती है. साइना सत्यमेव जयते, कॉमेडी नाईट विद कपिल एवं दी कपिल शर्मा शो में भी नजर आ चुकी है.

साइना नेहवाल रोचक जानकारी (Interesting Facts)  

  • साइना की दादी साइना के जन्म से खुश नहीं थी, क्योंकि वे एक लड़की नहीं एक लड़का चाहती थी.
  • सन 2005 में साइना अंडर – 19 राष्ट्रीय टीम में चुनी गई थीं. और एशियाई सेटेलाइट बैडमिंटन टूर्नामेंट ट्वाइस जीतने के बाद साइना सन 2006 में अंडर – 19 राष्ट्रीय चैंपियन बन गई.
  • साइना की माँ उन्हें ‘स्टेफी साइना’ कहकर बुलाती हैं क्योंकि साइना टेनिस स्टार ‘स्टेफी ग्राफ’ की बहुत बड़ी फैन हैं.
  • साइना की कराटे में भी अच्छी कमान हैं उन्होंने कराटे में ब्राउन बेल्ट भी हासिल किया हैं.
  • सन 2012 में सचिन तेंडुलकर जी ने साइना को उपहार स्वरुप एक बीएमडब्ल्यू कार गिफ्ट की थी, जब उन्होंने ओलिंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.
  • साल 2018 में साइना नेहवाल ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेयिंग टू विन : माय लाइफ ऑन एंड ऑफ कोर्ट’ रिलीज़ की थी.
  • सन 2016 के अक्टूबर में साइना अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक कमिटी के एथलिट कमीशन के एक सदस्य के रूप में नियुक्त की गई थी.
  • साइना विभिन्न मैगजीन्स जैसे ‘वीमेन’स हेल्थ’ एवं ‘फेमिना’ आदि के कवर फोटो में भी नजर आई हैं.

FAQ

Q- साइना नेहवाल का जन्म कब हुआ?

ANS- 17 मार्च 1990 

Q- साइना नेहवाल के माता पिता का नाम क्या है?

ANS- उषा रानी और हरवीर सिंह

Q- साइना नेहवाल क्यूं प्रसिद्ध हैं?

ANS- भारत की प्रसिद्धतम बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।

Q- साइना नेहवाल की सर्वोत्तम रैंकिंग क्या है?

ANS- 1रैंक, 2 अप्रैल 2015 को।

Q- साइना नेहवाल का जन्मस्थान ?

ANS- हिसार।

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