सी – प्लेन सेवा क्या है, सर्विस, गुजरात, किराया, समय (Seaplane Service in Hindi Gujarat), Seva kya hai, Price, Ahmedabad Booking, Cost, Capacity, Speed, Timing, Andaman, Kerala, Maldives in Hindi)
भारत सरकार द्वारा कुछ साल पहले उड़ान योजना शुरू की गई थी, जिसके तहत लोगों को विभिन्न तरह की एयरलाइन्स सेवा प्रदान की जाती है. इसी योजना के अंतर्गत सी – प्लेन सेवा शुरू की जा रही है. जोकि गुजरात राज्य में शुरू होगी. यह अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से होती हुई सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशाल प्रतिमा जिसे स्टेचू ऑफ़ यूनिटी कहा जाता है, वहां तक के बीच में चलेगी. अतः सी – प्लेन सेवा क्या है, कब से शुरू होगी एवं इसकी विशेषताएं क्या है. यह सब कुछ आप हमारे इस लेख में देख सकते हैं. तो चलिए जानते हैं सी – प्लेन सेवा के बारे में.

सी – प्लेन सेवा क्या है
सी – प्लेन सेवा शिपिंग मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एयरलाइन सेवा है. जोकि साबरमती रिवरफ्रंट से स्टेचू और यूनिटी के बीच राष्ट्रीय एकता दिवस के दिन से शुरू हो रही है.
सी – प्लेन सेवा के लांच की जानकारी (Launched Details)
नाम | सी – प्लेन सेवा |
लांच | अक्टूबर, 2020 |
शुरुआत | सरकार वल्लभ भाई पटेल जयंती पर |
शुरू किया गया | शिपिंग मंत्रालय द्वारा |
कहां पर शुरू होगी | गुजरात में |
संचालन | स्पाइस शटल कंपनी द्वारा |
कुल किराया (Price) | 3000 रूपये (दोनों तरफ का) |
संबंधित योजना | उड़ान योजना |
क्षमता (Capacity) | 15 सीटर |
गति (Speed) | 104 knots |
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सी – प्लेन सेवा का कुल किराया (Cost)
सी – प्लेन सेवा का कुल किराया 3000 रूपये होगा जोकि जाने और आने का मिलाकर है यानि कि इस सेवा में एक तरफ का किराया 1500 रूपये लगेगा. सी – प्लेन सेवा प्राप्त करने के लिए आपको पहले से टिकट बुक करनी होगी. टिकट की बुकिंग ऑनलाइन माध्यम से एक दिन पहले से शुरू हो रही है. स्पाइसजेट की ये उड़ानों में 15 सीटें होंगी.
सी – प्लेन सेवा में उड़ान का समय (Timing)
सी – प्लेन सेवा सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर शुरू हो रही है. इस उड़ान का रूट अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से लेकर सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशाल प्रतिमा जिसे स्टेचू ऑफ़ यूनिटी कहते हैं तक का है. अहमदाबाद से केवड़िया तक चलने वाली सी – प्लेन सेवा दिन में 2 फेरे लगाएंगी. यह उड़ान सुबह 10:15 बजे से साबरमती के रिवरफ्रंट से शुरू होती हुई, सुबह 10:45 बजे स्टेचू ऑफ़ यूनिटी तक पहुंच जाएगी. जोकि केवड़िया में स्थित है. फिर केवड़िया से 11:45 से उड़कर यह 12:15 पर अहमदाबाद पहुंचेगी. इस तरह इसका एक फेरा पूरा होगा. दूसरा फेरा 12:45 से शुरू होगा, जो 1:15 पर केवड़िया पहुंचेगा और फिर वहां से 3:15 से उड़ेगा और 3:45 पर अहमदाबाद पहुंचेगा. यानि इसकी यात्रा में कुल मिलाकर आधे घंटे का समय लगेगा.
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रीजनल कनेक्टिविटी (Connectivity)
भारत में इस तरह की सेवा शुरू होना एक बहुत ही उल्लेखनीय इवेंट में से एक है क्योंकि यह भारत के इतिहास में पहली बार है. इस सेवा से पर्यटन क्षेत्र को बहुत अधिक बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि यह उन्हें एक शानदार अनुभव प्रदान करेगी. हमारे देश में छोटे शहर एवं कस्बों तक हवाई सेवा शुरू करने के लिए स्ट्रक्चर के रूप में बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में छोटे से जल निकाय पर इस तरह की सेवा शुरू होना एक बड़ा कदम है.
सी – प्लेन सेवा की विशेषताएं (Features and Benefits)
- सी – प्लेन सेवा का संचालन करने वाली स्पाइस शटल कंपनी है. जोकि स्पाइसजेट की पूर्ण स्वामित्व वाली एक सहायक कंपनी है.
- इसमें ट्विन ओटर 300 तरह के विमानों का उपयोग किया गया है, जोकि सबसे सुरक्षित एवं लोकप्रिय सी-प्लेन हवाई यात्रा परिवहन के मुख्य एवं सुरक्षित साधन है. इस तरह के विमानों की सुरक्षा, रखरखाव एवं प्रतिबद्धता आदि को सुनिश्चित किया गया है ताकि उड़ानें सुरक्षित हो सकें. इस तरह के विमान दुनिया भर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय विमानों में से एक है.
- सी – प्लेन का निर्माण मालदीव में हुआ है. और यह वही से आये है. ये विमान की खास बात यह है कि ये अपनी विश्वसनीयता, मजबूती, शॉर्ट टेक – ऑफ़ लैंडिंग क्षमताएं, पेलोड क्षमता एवं एक्सीडेंटल एक्सटर्नल विजिबिलिटी के लिए प्रसिद्ध है. इस विमान का नियमित रूप से मेंटेनेंस, सीट नवीनीकरण आदि किया जाता है. इसके लिए उन्हें एक वैध एयरवॉर्थिनेस रिव्यु सर्टिफिकेट (एआरसी) भी दिया जाता है.
- इसमें उपयोग होने वाले ट्विन ओटर 300 का दुर्घटना मुक्त इतिहास है. और इसलिए इसकी मांग पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा होती है.
- सी – प्लेन की शुरुआत होने से पहले इसका नागपुर, गुवाहाटी एवं मुंबई में ट्रायल भी हुआ है. पहले भूमि परिक्षण नागपुर एवं गुवाहाटी में हुआ है. पर इसके बाद भूमि एवं पानी दोनों परीक्षण मुंबई के गिरगांव चौपाटी में हुआ है.
- दुनिया भर में ऐसे कई सारे दूरदराज के क्षेत्र हैं जहां हवाई अड्डे की कमी एवं हवाई संपर्क प्रदान करना सबसे बड़ी बाधा रही है. ऐसे में सी – प्लेन काफी सहायक सिद्ध हो सकते हैं.
- सी – प्लेन में पानी में उतरकर टेकऑफ करने की क्षमता होती है. इसलिए यह सेवा ऐसे स्थान पर आसानी से पहुँच सकती है जहां पर लैंडिंग के लिए रनवे नहीं है. यहां तक कि ये विमान न सिर्फ पानी में बल्कि बजरी एवं घास में भी उतर सकते हैं.
- ये विमान की लैंडिंग कही पर भी हो सकती हैं इसलिए इससे बड़े बड़े हवाई अड्डे या रनवे के निर्माण का खर्च बचेगा. और भारत में स्थित दूरदराज के इलाकें जहां पर रनवे एवं हवाई अड्डे की सुविधा पहुँच पाना बहुत मुश्किल है. वहां यह सबसे ज्यादा सहायक हो सकते हैं.
- ये जलमार्ग जैसे झीलों, बैकवाटर एवं बांधों पर भी उतर सकते हैं. जिसके चलते यह विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों में आसानी से शुरू किये जा सकते हैं.
- देशभर में 18 ऐसे क्षेत्र है जहां पर यह सेवा शुरू हो सकती है. इन क्षेत्रों में अहमदाबाद – केवड़िया, अगत्ती – मिनीकॉय, अगत्ती – कवात्ती के साथ ही उत्तर – पूर्व, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, अंडमान, लक्षद्वीप जैसे और भी तटीय इलाकें शामिल हैं जिसका मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है.
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इस तरह से हमारे देश में एयरलाइन्स सेवा का विकास हो रहा है. सी-प्लेन सेवा के शुरू होने से हमारे देश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा. उम्मीद है जल्द से जल्द देश के कई क्षेत्रों में शुरू होगी.
FAQ
Ans : अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से शुरू होकर केवड़िया स्थित स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के बीच में.
Ans : शिपिंग मंत्रालय द्वारा.
Ans : एक फेरे का 1500 रूपये.
Ans : जी हां, इसे वैध एयरवॉर्थिनेस रिव्यु सर्टिफिकेट (एआरसी) भी दिया गया है.
Ans : स्पाइसजेट बनाने वाली सहायक कंपनी स्पाइस शटल द्वारा.
Ans : यह रनवे पर ही नहीं बल्कि जल मार्ग, बजरी, घास झील, बांध आदि पर भी लैंडिंग कर सकती है.
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