देश में बेटी बचाओ, बेटो पढाओ योजना के अंतर्गत शुरू हुई सुकन्या समृद्धि योजना में अब 10 वर्ष के उपर की लड़कियां के लिए 31 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है. कोरोना वायरस महामारी के चलते भारतीय केंद्र सरकार ने मार्च से लॉक डाउन लगा दिया था. लगभग तीन महीने लॉकडाउन के दौरान सारी कार्यव्यवस्था ठप्प रही. इस दौरान कई लोग पहले की चलती आ रही योजना का लाभ भी ले पाए थे. सरकार ने इसी सब बातों को ध्यान में रखते हुए, सुकन्या समृद्धि योजना में बड़े बदलाव की घोषणा की है. सरकार ने उम्र संबंधी बड़े बदलाव की घोषणा की है. चलिए जानते है सरकार ने इस योजना में क्या बदलाव किया है –

सुकन्या समृद्धि योजना
छोटी बचत योजनायें क्या है, इसका फायदा कैसे लें, यहाँ जानें.
सुकन्या समृद्धि योजना में हुए बदलाव –
- सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत नए खाता खुलवाने के नियम में बड़ा बदलाव किया है. जो लड़कियां पिछले 3 महीने में 10 वर्ष की हो चुकी है, उनका भी नया खाता खुल सकता है.
- केंद्र सरकार ने 25 मार्च से पूणता लॉकडाउन की घोषणा की थी, जो 4 चरण तक चला था. डाक विभाग के अधिकारीयों ने नए नियम बताते हुए कहा है कि जो लड़कियों लॉकडाउन के दौरान मतलब 25 मार्च से 30 जून के बीच 10 वर्ष की हो गई थी, उनके अभिभावक को बच्चियों का नया सुकन्या समृद्धि खाता खोलने का एक और मौका है.
- अधिकारीयों ने कहा है कि 31 जुलाई तक ऐसे अभिभावक डाक खाना में जाकर खाता खुलवा सकते है, जिनकी बच्चिन 10 साल की हो चुकी है.
- वैसे योजना के पुराने नियम के अनुसार जो बच्चियां 10 साल की होती है, उन्हीं का ही सुकन्या समृद्धि खाता खुलता है, अगर लड़की 10 वर्ष से 1 दिन भी अधिक होती है तो उसका खाता नहीं खुल सकता.
- अभिभावक के अभी सिर्फ 31 जुलाई तक का समय है, इस बीच में जाकर में वे जल्द से जल्द अपनी बच्चियों का खाता खुलवा लें.
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है –
पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं में से एक प्रसिध्य योजना है सुकन्या समृद्धि. योजना के तहत 0 से 10 साल तक की लड़कियों का खाता खुलवाया जाता है. योजना के तहत साल में एक बार कम से कम 250 रूपए एवं अधिकतम 1.5 लाख जमा करने होते है. इसकी ब्याज दर हर तिमाही में सरकार द्वारा बदली जाती है. जनवरी से मार्च, अप्रैल से जून, जुलाई से सितम्बर एवं अक्टूबर से दिसम्बर ये चार तिमाही में ब्याज दर तय होती है. दूसरी बचत योजना की तुलना में इसमें सबसे अधिक ब्याज मिलता है. जब लड़की 21 साल की हो जाती है, तो खाते का पैसा लड़की के द्वारा निकाला जा सकता है. 18 साल के बाद अगर लड़की पढाई या शादी के लिए पैसा निकालना चाहती है, तो भी उसे यह अधिकार है.
सुकन्या समृद्धि के बदले हुए नए नियम के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें.
सुकन्या समृद्धि योजना की वर्तमान ब्याज दर क्या है –
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जुलाई से सितम्बर तिमाही में ब्याज दर 7.6% है. पोस्ट ऑफिस ने जुलाई से सितम्बर तीमारी में किसी भी बचत योजना की ब्याज दर में बदलाव नहीं किया है. सरकार ने जो न्यूनतम उम्र में छूट दी है, वो सिर्फ उन अभिभावक के लिए है जो लॉकडाउन के चलते अपनी बच्चियों का खाता नहीं खुलवा सके थे.
कैसे खोलें सुकन्या समृद्धि खाता –
- जो अभिभावक सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवाना चाहते है तो वे लोग अपने करीबी पोस्ट ऑफिस या किसी सरकारी बैंक में जाएँ.
- वहां सुकन्या समृद्धि का फॉर्म ले, फॉर्म आपको फ्री में मिलेगा, इसकी कोई कीमत नहीं है.
- फॉर्म में बच्ची का नाम, पता, अभिभावक की जानकारी आदि की जानकारी सही सही और स्पष्ट भरनी होगी.
- योजना के तहत एक वित्तीय साल में अधिकतम 1.5 लाख रूपए जी जमा कर सकते है. योजना में बच्ची के खाते में 15 साल तक ही आर्थिक योगदान दिया जा सकता है. जबकि योजना की अवधि बच्ची की 21 वर्ष के होने पर पूरी होगी.
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जरुरी दस्तावेज़ –
सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवाने के लिए आपको कुछ जरुरी कागजात भी लगेंगें. इन कागजों की फोटोकॉपी को आपको फॉर्म के साथ संलग्न करके पोस्ट ऑफिस में जमा करना होगा. ये दस्तावेज है –
- लड़की का जन्म प्रमाण्पत्र
- लड़की एवं अभिभावक का आधार कार्ड
- अभिभावक के स्थाई पता का प्रूफ (इसके लिय बिजली बिल, पासपोर्ट, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से कुछ भी एक दे सकते है)
- खाता खुलवाने के लिए कम से कम खाते में 250 रूपए जमा करना अनिवार्य है, तो यह राशी भी आपके पास होना चाहिए.
सुकन्या समृद्धि योजना के मुख्य नियम –
- अगर सुकन्या समृद्धि खाता 21 साल के पहले कोई बंद करना चाहता है तो वह कुछ महत्वपूर्ण स्थतियों के तहत ही हो सकता है. जैसे अगर बालिका की मृत्यु हो गई, अभिभावक की मृत्यु हो गई तो दया के आधार पर अधिकारी खाता बंद करने की अनुमति दे सकते है. अगर खाताधारक का जीवन खतरे में और इलाज के लिए पैसा चाहिए तो भी खाता बंद करके पैसा निकाला जा सकता है. इसके अलावा किसी और परिस्तिथि में खाता बंद नहीं होगा. खाता बंद होगा या नहीं यह पूरी तरह अधिकारीयों पर निर्भर करता है.
- लड़की 18 वर्ष से अपने खाते की ज़िम्मेदारी खुद ले सकती है. पहले 10 साल के बाद लड़की खाते की ज़िम्मेदारी ले सकती थी, लेकिन बाद में सरकार ने इस नियम को बदलकर 18 वर्ष उम्र तय कर दी.
सरकार ने उम्र संबंधी नियम में बदलाव करके अभिभावकों को बड़ी राहत दी है. अभिभावक के पास अपनी बच्चियों के खाता खुलवाने का एक और मौका है. सभी को इसका लाभ जल्द से जल्द लेना चाहिए.
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Vibhuti
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